बिहार सरकार के सतर्कता जांच ब्यूरो ने प्रखंड स्तर के एक अधिकारी के खिलाफ कथित तौर पर आय के ज्ञात स्रोतों से 8 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.


अधिकारी के घर से क्या क्या मिला


उन्होंने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, सतर्कता कर्मियों के एक दल ने पटना और मोतिहारी में अधिकारी के दो आवासों पर छापेमारी की. इस दौरान 1.75 करोड़ रुपये की नकदी, 2.2 किलोग्राम सोना और 48 लाख रुपये मूल्य के चांदी के गहने, राष्ट्रीयकृत बैंकों और डाकघर की 42 पासबुक बरामद कीं.


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सतर्कता अधिकारी ने कहा कि कम से कम 14 एलआईसी पॉलिसी, 17 डेबिट और क्रेडिट कार्ड और 25 भूमि खरीद के कागजात भी छापेमारी के दौरान जब्त किए गए. उन्होंने कहा,‘‘ऐसा संदेह है कि श्रम विभाग के हाजीपुर के प्रखंड स्तरीय अधिकारी ने आय से 8 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की है. उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.’’


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सतर्कता अधिकारी छापेमारी के दौरान बरामद उनकी चल-अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि विशेष न्यायाधीश, सतर्कता, पटना की ओर से तलाशी वारंट जारी किए जाने के बाद छापे मारे गए. उन्होंने कहा कि यह पिछले दो सालों में राज्य में आय से अधिक संपत्ति के मामलों में सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है.


सतर्कता विभाग ने 2019 में सड़क निर्माण विभाग के एक कार्यपालक अभियंता के घर से 2.36 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी.