पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव शनिवार (14 अक्टूबर) को राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर से मिले. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार की हिंदू विरोधी नीति के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. राज भवन से निकलने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मुस्लिम का वोट लो और हिंदू को जात में बांटो यही नीतीश सरकार कर रही है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "हम लोग राज्यपाल से मिले और उनको ज्ञापन सौंपकर कहा कि बिहार में जिस तरह हिंदुओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. ये सही नहीं है. बेगूसराय में शिवलिंग को तोड़ा गया. मामले में कई हिंदुओं को जेल भेज दिया गया. बिहार सरकार की ओर से तुगलकी फरमान को जारी किया जा रहा है. "
'बिहार में पीएफआई सक्रिय'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "पीएफआई पर भले ही बैन लग गया है लेकिन बिहार के सभी जिलों में पीएफआई पूरी तरह से सक्रिय है और अपना काम कर रही है. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार तुगलकी सरकार बन गई है. इनकी मंशा है कि मुस्लिमों का वोट लो और हिंदुओं को जात में बांटो जिससे हमारा सत्ता सुरक्षित रहे."
सरकार का तुगलकी फरमान: गिरिराज सिंह
बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "दुर्गा पूजा में सरकार की ओर से शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए बाध्य किया जा रहा है. ये सरकार का तुगलकी फरमान है. जब मुस्लिम का कोई भी पर्व आता है या जुम्मा का नमाज होता है तो सरकार छुट्टी देती है, लेकिन हिंदुओं के साथ अत्याचार कर रही है और हमारा मुख्य त्योहार दुर्गा पूजा में शिक्षकों के साथ ट्रेनिंग करवा रही है."
'बेगूसराय में जो हुआ चिंता का विषय'
वहीं सांसद रामकृपाल यादव ने बताया कि गिरिराज सिंह के क्षेत्र की कई समस्याएं थीं. हम लोगों ने राज्यपाल को अवगत कराया है. हम लोगों ने कहा कि आप इस मामले को देखिए और न्याय करिए. इसे लेकर अपनी पीड़ा को लिखित और मौखिक रूप में देने का काम किया है. बेगूसराय में खास तौर पर जो हुआ है वो चिंता का विषय है और निश्चित तौर पर हम चाहते हैं कि इस चिंता से बेगूसराय की जनता को मुक्त कराया जाए.