बगहा: कोरोना काल में संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई थी. इस दौरान अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय आवागमन पर रोक लगा दी गई थी. भारत के पड़ोसी देश नेपाल से लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई थी. बिहार के पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकिनगर से सटे नेपाल बॉर्डर को सील हुए 18 महीने बीत गया है. अप्रैल 2020 से बॉर्डर बंद है. बॉर्डर को खोलने के लिए लोगों ने बीते दिनों ने बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन को देखते हुए नेपाल सरकार ने बीते दिनों बॉर्डर को खोलने का आदेश जारी कर दिया था.
ऊपर से नहीं आया है आदेश
आदेश के बाद अन्य बॉर्डर खुल गए हैं. लेकिन वाल्मीकिनगर और नेपाल बॉर्डर को अभी तक नहीं खोला गया है. नेपाल सरकार के आदेश के तीन दिनों बाद भी बोर्डर नहीं खुलने के संबंध में बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात एसएसबी ने कहा कि अभी बॉर्डर खोलने को लेकर ऊपर से आदेश नहीं आया है. आदेश आने के बाद बिना विलंब किए बॉर्डर खोल दिया जाएगा.
नेपाल सरकार द्वारा बॉर्डर को खोलने के संबंध में वाल्मीकिनगर के विधायक रिंकू सिंह ने कहा कि हम नेपाल सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं. साथ ही प्रखंड की जनता से भी अपील करते हैं कि वो थोड़ा इंतजार करें. वो बहुत जल्दी सरकार से बात करेंगे और नेपाल के सरकार से बात कर बॉर्डर को खुलवाने का काम करेंगे.
गृह मंत्रालय को लिखेंगे पत्र
बता दें कि एसएसबी और नेपाल पुलिस के बीच इस संबंध में बातचीत चल रही है कि वाल्मीकिनगर बॉर्डर को कैसे खोला जाए. इधर, जिला पदाधिकारी का इस संबंध में कहना है कि हम गृह मंत्रालय में इस बात की पत्र लिखकर सूचना देंगे और जल्द से जल्द बॉर्डर को खुलवाने की अपील करेंगे. बहरहाल, नेपाल बॉर्डर कब खुलेगा ये तो सरकार ही जानें लेकिन आदेश के बाद भी बॉर्डर नहीं खुल पाने से लोगों में नाराजगी है. साथ ही लोग बॉर्डर पर जाकर बैरंग लौट रहे हैं.
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