छपरा: बिहार के कई जिलों में वायरल फीवर का कहर जारी है. बच्चों समेत बड़े बुखार की चपेट में आ रहे हैं. उल्टी, दस्त के साथ तेज बुखार से लोग परेशान हैं. वहीं, कई लोगों की मौत भी हो रही है. प्रदेश के सारण जिले में वायरल बुखार से दो बच्चों समेत कुल तीन लोगों के मौत की सूचना है. बाढ़ की विभीषिका झेल रहे जिले में वायरल बुखार के कारण हो रही मौत से लोगों में दहशत का माहौल है.


400 से अधिक बच्चे बीमार 


जानकारी अनुसार जिले के सिरसा खेमकरण दलित बस्ती में वायरल बुखार से बीते तीन दिनों के अंदर तीन लोगों के मरने की मौत हो गई है. वहीं, जिले के अलग-अलग जगहों पर 400 से भी अधिक बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित बताए जाते हैं. मृतकों में गांव निवासी रामचंद्र राम की बेटी लक्ष्मी कुमारी, बहाल राम की बेटी नंदनी कुमारी और नारायणपुर गांव निवासी भीमराम का बेटा विकास शामिल है. घटना के बाद ग्रामीण दहशत में हैं. सबसे बुरी स्थिति अमणौर प्रखंड की है, जो सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी का गृह प्रखंड है.  


गांव में मच गया है हड़कंप


बच्चों की मौत का कारण वायरल बुखार बताया जा रहा है. दलित बस्ती में 18 बच्चे बुखार से पीड़ित हैं और अलग-अलग निजी अस्पताल में इलाजरत हैं. जानकारी अनुसार बीते एक साप्ताह से बच्चे बुखार की चपेट में आ रहे हैं. हर एक घर में दो-दो, तीन-तीन बच्चे पीड़ित हैं. ग्रामीणों की मानें तो बच्चों की मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम को घटना की सूचना दी गई है. 


इस संबंध में सीएचसी के हेल्थ मैनेजर ने बताया है कि शिव कुमार पासवान को सूचना मिली कि कई बच्चे बीमार हैं, जिसके बाद पीएचसी के आयुष चिकित्सक डॉ.दिलीप कुमार को मामले की जांच करने के लिए गांव भेजा गया. डॉक्टर ने बताया कि बारी-बारी से सभी वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों को देखा गया, बाद में मृतक बच्चियों के परिवार के लोगों से भी बातचीत की गई. इसके बाद जिले के वरीय अधिकारियों और पदाधिकारी को इस पूरे बारे में जानकारी भी दे दी गई है.


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