सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में शुक्रवार को हैरान करने वाली घटना सामने आई है. घटना जिले के पिपरा-त्रिवेणीगंज मार्ग के एनएच-327 ई स्थित जागुर गांव के पास की है, जहां चलती एंबुलेंस की खिड़की से महिला बाहर गिर गई. स्थानीय लोगों की मदद से आनन फानन जख्मी महिला को त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
बच्चे का शव लेकर जा रही थी महिला
घटना के संबंध में एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि राघोपुर अस्पताल से रेफर होने के बाद महिला अपने तीन वर्षीय बच्चे अभिनंदन कुमार को लेकर सुपौल सदर अस्पताल पहुंची थी, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत बता दिया था. ऐसे में महिला सुपौल सदर अस्पताल से एंबुलेंस से अपने बच्चे का शव लेकर लौट रही. ड्राइवर की मानें तो सदर अस्पताल प्रबंधन ने महिला को बच्चे के शव के साथ उसे उसके घर भेजना चाहा, लेकिन महिला द्वारा बताया गया कि वह त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के कड़हरवा जाएगी.
अस्पताल परिसर में पड़ा है शव
ऐसे में एंबुलेंस चालक उसे उसके बताए पते पर लेकर जा रहा था. हालांकि, उक्त महिला चलती एंबुलेंस की खिड़की से गिर गई, जिससे वो घायल हो गई. फिलहाल, त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा है. जबकि बच्चे का शव उसी एंबुलेंस में अस्पताल परिसर में पड़ा हुआ है.
एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि कड़हरवा गांव का रास्ता उसे पता नहीं था. ऐसे में उसने सदर अस्पताल सुपौल में दो युवकों से रास्ता पूछा और दोनों को अपने साथ ले लिया. दोनों ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे हुए थे. इधर, बेहोशी की हालत में अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में इलाजरत उक्त महिला से जब होश आने पर घटना के संबंध में पूछा गया तो महिला ने बताया कि उसे चलती एंबुलेंस से किसी ने धक्का दिया है. वह खुद से नहीं कूदी है.
महिला के पति का नाम सहदेव मंडल है. वहीं, वो मूल रूप से कमलदाहा की निवासी है, जो राघोपुर थाना क्षेत्र में पड़ता है. समाचार प्रेषण तक महिला के कोई भी परिजन अस्पताल नहीं पहुंचे थे. मामला की जांच जारी है.
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