पटना: बिहार की राजधानी पटना को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए नीतीश सरकार (Nitish Government) की ओर से अतिक्रमण ड्राइव चलाया जा रहा है. इसके तहत सरकारी जमीन पर किए गए अवैध निर्माण को तोड़ा जा रहा है. इसी क्रम में पटना के एयरपोर्ट थाना अंतर्गत चितकोहरा पुल के नीचे गरीबों और दलितों द्वारा बनाए गए झोपड़ियों को तोड़ा जा रहा है. इस बात से उक्त इलाके में बसने वाले लोगों में खासा नाराजगी है. इसी क्रम में रविवार सरकारी कार्रवाई से नाराज कई दलित महिला और बच्चे घर टूटता देख मदद की गुहार लगाने के लिए हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के आवास पहुंचे.
पैदल ही चितकोहरा पहुंचे तेज प्रताप
लालू के बड़े लाल के आवास पहुंच कर महिलाओं और बच्चों ने उनका आशियाना बचा लेने की गुहार लगाई. इधर, महिलाओं की गुहार सुनकर तेज प्रताप खुद को रोक नहीं पाए और पैदल ही चितकोहरा पहुंच गए, जहां पर से अतिक्रमण हटाया जा रहा था. इस दौरान उनके साथ छात्र जनशक्ति परिषद (Chatra Janshakti Parishad) के कार्यकर्ता भी थे. उन्हें वहां देख अन्य लोगों ने भी मदद की गुहार लगाई. इस दौरान उन्होंने सरकार की ओर से उठाए गए इस कदम पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लालू यादव (Lalu Yadav) ने गरीबों को बसाने का काम किया था. लेकिन मौजूदा सरकार गरीबों के बसे-बसाए घर को उजाड़ने का काम कर रही है.
जगह खाली कराने से पहले करती व्यवस्था
तेज प्रताप ने कहा, " पिता जी ने गरीबों को पुल के नीचे बसाने का काम किया था. अगर सरकार को ये जगह खाली करानी थी तो पहले गरीबों के लिए कोई व्यवस्था कर लेती या तो दूसरी जगह घर बसाने के लिए उन्हें मुआवजा दे देती. अचानक से घर तोड़ देने से लोगों को काफी परेशानी होगी. इसलिए सरकार से मेरी मांग है कि जिन लोगों का घर उजाड़ा जा रहा है, उनकी कोई और व्यवस्था कर दी जाए."
तेज प्रताप ने कहा, " कई लोग हमारे घर मदद मांगने आए थे. जनप्रतिनिधि होने के नाते हमारा फ़र्ज़ बनता है कि हम लोगों की मदद करें. उनके लिए आवाज़ उठाए. इसलिए हम सड़क पर उतरे हैं. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द लोगों को रैन बसेरा में शिफ्ट किया जाए."
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