Bihar Politics: जन सुराज पार्टी  के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार में लगातार पद यात्रा कर चुनावी रणनीतिकार से हटकर, अपनी एक अलग पहचान बनाई है. इस दौराव ने लगातार प्रदेश और केंद्र की सरकारों पर बिहार में विकास कार्यों को लेकर उपेक्षा का आरोप लगाते रहे हैं. शनिवार (2 सितंबर) को आगामी चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि, बिहार की जनता के मूड पर गौर किया जाये तो पायेंगे की सूबे की जनता नया विकल्प चाहती है. हालांकि वो विकल्प कौन है? अभी हाल-फिलहाल में ये नहीं बताया जा सकता है. 


प्रशांत किशोर ने प्रदेश की जेडीयू और जनता दल की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'बिहार में आप कहीं भी चले जायें लोग नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के 32 सालों के शासन से इस हद तक ऊब चुके हैं कि वे नया विकल्प ढूंढ रहे हैं. आम जनता से पूछने पर वे साफ कहते हैं कि उन्हें नया विकल्प चाहिए.' उन्होंने इंडिया और एनडीए को लेकर दावा किया कि जनता बीजेपी और महागठबंधन दोनों दलों के अलायंस से त्रस्त है. प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में अगर सर्वे कराकर देखेंगे, तो पायेंगे कि पचास फीसदी लोग एक नया विकल्प चाहते हैं.


बिहार की जनता तीनों दलों से हो चुकी है विमुख- प्रशांत किशोर


देश के सबसे कामयाब चुनावी रणीतिकारों में शुमार प्रशांत किशोर ने कहा, जनता का अगला विकल्प कौन होगा और कैसा होगा? इस पर व्यापक स्तर पर सकारात्मक बहस जरुर होनी चाहिए. बिहार की जनता यहां के तीनों दलों से विमुख हो चुकी है, क्योंकि पिछले दस वर्षों में यहां के लोगों का किसी भी स्तर पर तरक्की नहीं हुई है. उन्होंने कहा, बिहार सभी मानकों पर चाहे वह शिक्षा हो, रोजगार या आर्थिक विकास हो किसी बिंदु प्रगति नहीं कर पाया है और आज भी देश का सबसे गरीब राज्य है.


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