पटना: बिहार में एनडीए की सरकार बन गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के अलावा आठ नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी. उन्हें विभाग भी सौंप दिया गया है. वहीं विधानसभा का बजट सत्र भी चल रहा है. ऐसे में लगातार चर्चा हो रही है कि बिहार में कैबिनेट का विस्तार कब होगा? कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी सवाल उठा चुके हैं. अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. सब कुछ उन्होंने साफ कर दिया है.


'विधानसभा का सेशन समाप्त होने के बाद होगा सब कुछ'


सोमवार (26 फरवरी) को पत्रकारों से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि अभी बजट सेशन चल रहा है. बजट सेशन में अमूमन मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होता है. तेजस्वी यादव की ओर से उठाए गए सवाल पर कि देरी हो रही है इस पर मांझी ने कहा कि क्यों घबरा रहे हैं. मुख्यमंत्री को लेकर नौ मंत्री हैं. मैं कहता हूं कि जैसे ही विधानसभा का सेशन समाप्त होगा, मंत्रालय भी बदलेंगे और मंत्री भी बदलेंगे.


बिहार में कब होगा कैबिनेट का विस्तार?


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 29 फरवरी या 1 मार्च को कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. हालांकि कौन-कौन पुराने चेहरे होंगे और नए में से किसको मौका मिलता है यह देखने वाली बात होगी. जेडीयू से नीतीश कुमार के अलावा तीन नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी. इनमें विजय कुमार चौधरी के अलावा विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार का नाम शामिल है.


तेजस्वी ने कैबिनेट विस्तार की देरी पर क्या कहा?


बता दें कि बीते रविवार को जन विश्वास यात्रा पर निकलने से पहले तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बात की थी. उन्होंने कहा था कि एक महीने में कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है. इसके पीछे क्या कारण है? सीएम को जवाब देना चाहिए.


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