Nitish Kumar Meeting: CM नीतीश कुमार के मन में क्या? पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई, आवास पर मंथन शुरू
Nitish Kumar Party Meeting: बैठक में संगठन को और मजबूत बनाने पर चर्चा हो सकती है. किन एजेंडों को लेकर लोकसभा चुनाव में जाना है इस पर मंथन हो सकता है.
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोमवार (25 सितंबर) की शाम कैबिनेट की बैठक करने वाले हैं. इससे पहले उन्होंने सीएम आवास में पार्टी नेताओं की बैठक बुला ली है. अचानक बुलाई गई इस बैठक से सवाल भी उठ रहे है कि नीतीश कुमार के मन में क्या चल रहा है? केंद्र और बिहार की राजनीति को लेकर वे किस तरह का एजेंडा बना रहे हैं? क्या फिर से NDA में जाने वाले हैं? हालांकि एनडीए में जाने के सवाल को नीतीश कुमार ने आज ही खारिज किया है.
इस सियासी हलचल के बीच लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर नीतीश कुमार ने विधानसभा, लोकसभा प्रभारियों के साथ सीएम आवास पर बैठक शुरू कर दी है. इस बैठक में पार्टी के तमाम प्रमुख नेता भी हैं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह के बाद नीतीश कुमार सीएम आवास लौटकर आए और बैठक कर रहे हैं.
किस लिए बुलाई गई बैठक?
कहा जा रहा है कि बैठक में संगठन को और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी. किन एजेंडों को लेकर लोकसभा चुनाव में जाना है इस पर मंथन होगा. सूत्रों के अनुसार नीतीश नेताओं से फीडबैक ले सकते हैं कि महागठबंधन सरकार को लेकर जनता की क्या राय है. महागठबंधन सरकार की योजनाएं जमीन पर कितनी सफल हो रही हैं इसके बारे में भी पूछ सकते हैं. महागठबंधन सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने का आदेश दे सकते हैं. वहीं चुनाव के लिए तैयार रहने एवं अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दे सकते हैं.
...तो इसलिए उठ रहे हैं सवाल
बता दें नीतीश कुमार के एनडीए में जाने की अटकलें लग रही हैं, कुछ ऐसे घटनाक्रम हुए हैं जिसके चलते ऐसे सवाल उठ रहे हैं. राष्ट्रपति भवन में जी 20 डिनर में बहुत गर्मजोशी से नीतीश ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी. जीतन राम मांझी कह चुके हैं कि नीतीश फिर एनडीए में आ सकते हैं. वन नेशन वन इलेक्शन के मुद्दे पर नीतीश ने केंद्र सरकार का समर्थन किया है. महिला आरक्षण बिल का भी नीतीश ने समर्थन किया है. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में सोमवार को नीतीश शामिल हुए लेकिन देवीलाल की जयंती पर रैली में शामिल होने हरियाणा नहीं गए.
वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन ने कुछ पत्रकारों के बॉयकॉट का निर्णय लिया है लेकिन नीतीश ने इस फैसले का विरोध किया है. वहीं अमित शाह ने झंझारपुर रैली में एक बार भी नहीं कहा कि नीतीश के लिए एनडीए के दरवाजे बंद हैं. यहां तक कह दिया था कि लालू-नीतीश की जोड़ी तेल पानी की तरह है जो साथ नहीं रह सकते हैं. तेल पानी को गंदा कर देता है. वैसे नीतीश बार-बार बोल रहे हैं कि वह एनडीए में नहीं जाएंगे.
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