पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज (रविवार)भागलपुर पहुंचे. इस दौरान भागलपुर के नौगछिया अनुमंडल में जयरामपुर और हरियों पंचायत के गुवारीडीह बहियार में करीब तीन हजार पहले की प्राचीन सभ्यता के मिले अवशेषों का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया.पुरातात्विक अवशेष को दिखाने जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी.इस दौरान नवगछिया क्षेत्र के बिहपुर के गुआरडीह में मिले पुरातात्विक अवषेशों को सजाकर रखा गया था, जबकि कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही सीएम ने बिना देर किए अवशेषों को देखा.



बताते चलें कि भागलपुर के कई क्षेत्रों में उत्खनन के दौरान प्राचीन अवशेष मिले हैं. पिछले दिनों बिहपुर प्रखण्ड की जयरामपुर पंचायत के गुवारीडीह में 25 फीट ऊंचे टीले से प्राचीनतम अवशेष मिले थे, जिसको देखने खुद मुख्यमंत्री भागलपुर पहुंचे थे. पिछले दिनों यहां से 1000 ईसा पूर्व से लेकर 12वीं शताब्दी के बर्तन के टुकड़े, ताम्र धातु के टुकड़े, गोपन गुल्ला, सिल्ला लोढी, हैंडल युक्त बर्तन, चौड़े आकार की टेराकोटा की मूर्तियां आदि मिली थीं. सीएम के आगमन पर स्टॉल लगाकर इन चीजों को प्रदर्शित किया गया था.



इस दौरान मौके पर मौजूद जिला प्रशासन के अधिकारी और पुरात्‍वविद से सीएम ने इससे संबंधित जानकारियां ली है| यही नहीं मुख्यमंत्री पुरातात्विक स्थल भी गए. वहां भी सीएम ने आम लोगों और किसानों से बातचीत की. मौके की नजाकत को देखते हुए स्थानीय लोगों ने सीएम को लगे हाथ कोशी नदी के कटाव और बाढ़ की समस्‍याओं से अवगत करा दिया. इसके पश्चात मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार खुद कोशी नदी का कटाव देखने चले गए. उन्होंने नदी तट पर अधिकारियों को बाढ़ से निपटने के लिए कई आवश्यक निर्देश भी दिए हैं.



इसी कड़ी में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने स्थानीय विधायक से भी बाढ़ के संबंध में जानकारियां ली. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने पौराणिक और पुरातात्विक अवशेषों के अवलोकन के पश्चात इसके संरक्षण पर घंटों अधिकारियों के साथ विमर्श किया,.यहीं नहीं उन्होंने इस क्षेत्र को पर्यटन स्‍थल के रूप में विकसित करने की बात कही है.



इससे पहले सीएम नीतीश बीते 12 दिसंबर को बांका जिले के अमरपुर स्थित भदरिया में मिले बुद्धकालीन पुरातात्विक अवशेषों को देखने पहुंचे थे. पटना लौटने से पहले मुख्यमंत्री ने जमुई के लछुआड़ स्थित भगवान महावीर के जन्मस्थान पहुंचे और वहां हो रहे निर्माण कार्य को देखा.