सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले में सोमवार को फिर एक बार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से पांच साल के बच्ची की मौत हो गई. मिली जानकारी अनुसार सोमवार को जिले के रीगा-कुशमारी मुख्य पथ के कुशमारी चौक के पास अनियंत्रित स्कॉर्पियो की ठोकर से बच्ची बुरी तरह जख्मी हो गई थी. हादसे के बाद स्थानीय लोगों की मदद से जख्मी बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया, जहां न तो डॉक्टर थे और न ही कोई स्वास्थ्यकर्मी. तकरीबन एक घंटे तक बच्ची जिंदगी और मौत से जूझती रही. इलाज के बिना वो दर्द से कराह रही थी. लेकिन डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल नहीं पहुंचे, जिस वजह से उसकी मौत हो गई.


मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा


बता दें कि जब डॉक्टर और कर्मी अस्पताल नहीं पहुंचे, तो एक निजी व्यक्ति ने बच्ची का इलाज शुरू किया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण बच्ची की मौत से गुस्साए लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.  हंगामा की सूचना पाकर थानाध्यक्ष संजय कुमार मौके पर पहुंचे और बच्ची के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. मृतका रीगा थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव निवासी अवधेश कुमार भंडारी की बेटी कनक कुमारी थी, जो कुशमारी गांव अपने मामा की शादी में परिजनों के साथ आई थी. 


वाहन और ड्राइवर को किया पुलिस के हवाले


फिलहाल ग्रामीणों ने स्कॉर्पियो चालक और स्कॉर्पियो को पुलिस के हवाले कर दिया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतका के परिजन से बयान लिया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. उधर, मंडल बीजेपी अध्यक्ष संजीव चौधरी और किसान मोर्चा अध्यक्ष पारसनाथ सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कुव्यवस्था पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही से बच्ची की जान चली गई है. यह गंभीर मामला है. जिला प्रशासन को इसकी जांच करा दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.


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