North East Express Accident: कैसे बेपटरी हुई नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस? शुरुआती जांच में सामने आई हादसे की बड़ी वजह
North East Express: ट्रेन के सभी 22 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए जिनमें से दो डिब्बे पूरी तरह से पलट गए. इस हादसे की वजह से 52 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.

North East Express Train Accident: दिल्ली-कामख्या ‘नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस’ (North East Express) के सभी डिब्बों के बिहार में बेपटरी होने की बड़ी वजह सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि रेलवे ट्रैक में कुछ खामियां थीं. बक्सर के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक बुधवार रात हुए इस हादसे में चार लोगों ने जान गंवाई थी. वहीं, कई लोग घायल हुए थे. बताया जा रहा है कि रेलवे के 6 अधिकारियों ने इस रिपोर्ट पर साइन किया है.
हालांकि, रेलवे के कुछ अधिकारियों का ये भी दावा है कि हाई स्पीड ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकने की कोशिश की गई थी. हादसे का शिकार हुए ट्रेन के गार्ड विजय कुमार ने बताया कि उन्होंने महसूस किया कि अचानक ब्रेक लगाया गया, जिसके बाद झटके लगे. वह अपना कागजी काम कर रहे थे तभी ऐसा लगा कि लोको पायलट ने अचानक ब्रेक लगाया है. झटके खाने के बाद वो बेहोश हो गए. जब उठे तो खुद को एक खेत में पाया और देखा कि कुछ लोग उनके चेहरे पर छींटे मारकर उन्हें उठाने की कोशिश कर रहे थे.
सभी 22 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए
ट्रेन के डिब्बों के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी 22 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए जिनमें से दो डिब्बे पूरी तरह से पलट गए. रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे की वजह से 52 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. हादसे में लोको पायलट (चालक) विपिन कुमार सिन्हा आंशिक रूप से घायल हो गये और उनके सहायक को गंभीर चोटें आईं. रिपोर्ट में लोको पायलट सिन्हा का एक बयान भी शामिल है, जिसमें कहा गया है कि ट्रेन 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रघुनाथपुर स्टेशन से गुजरी, लेकिन स्टेशन को पार करने के तुरंत बाद उसे पीछे से एक गंभीर झटका लगा.
प्रारंभिक रिपोर्ट में क्या कहा गया
प्रारंभिक रिपोर्ट में लोको पायलट के हवाले से कहा गया है कि अत्यधिक कंपन और गंभीर झटके के परिणामस्वरूप, ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया और ट्रेन रात 9:52 बजे पटरी से उतर गई. सिन्हा के बयान के मुताबिक, उन्होंने रात 8:27 बजे दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन से ट्रेन की कमान संभाली और उस समय सब कुछ ठीक था. उन्होंने बताया कि ट्रेन रात 9:29 बजे बक्सर पहुंची तो सहायक लोको पायलट ने दोबारा इंजन की जांच की और सब कुछ ठीक पाया. रिपोर्ट में रघुनाथपुर स्टेशन के एक गेटमैन और एक प्वॉइंटमैन के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने ट्रेन के पहियों के पास से चिंगारी निकलती देखी.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘एलसी (लेवल क्रॉसिंग) गेट नंबर 59बी के गेटमैन के बयान के अनुसार, ट्रेन नंबर 12506 गेट से गुजरी और 8-10 डिब्बे गुजरने के बाद उसने चिंगारी देखी और भारी शोर सुना.’’रिपोर्ट में लोको पायलट और उसके सहायक का ‘‘ब्रेथ एनालाइजर’’ परीक्षण नकारात्मक बताया गया. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने बताया कि दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई. इनमें से दो की पहचान आकृति भंडारी और उसकी मां उषा भंडारी (37) के रूप में हुई है, जो असम जा रही थीं.
घायलों को घर तक छोड़ने की सुविधा
सीपीआरओ ने बताया, ‘‘उनके साथ यात्रा कर रहे लड़की के पिता दुर्घटना में बच गए. दुर्घटना में राजस्थान के नरेंद्र कुमार और पूर्णिया के अबू जायद (27) की भी मौत हो गई. साथ यात्रा कर रहा जायद का दोस्त दुर्घटना में बच गया.’’ उन्होंने यह भी बताया कि मामूली रूप से घायल हुए कई लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. सीपीआरओ ने बताया कि इन यात्रियों को एक विशेष ट्रेन में बिठाया गया, जो गंतव्य स्टेशन के लिए रवाना हुई. सीपीआरओ ने कहा, ‘‘चिकित्सकों की सलाह के आधार पर, हम बिहार और पश्चिम बंगाल के दूर-दराज के इलाकों के यात्रियों को भी घर तक छोड़ने के लिए एम्बुलेंस की सुविधा प्रदान कर रहे हैं.’’
चार लोगों की हुई मौत
इस रेल हादसे में चार मृतकों के अलावा 30 यात्री घायल हुए हैं जिनमें छह महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं. पूर्व मध्य रेलवे जोन द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के मुताबिक घायलों की पहचान दीपक भंडारी (38), जूली सिंह (24), प्रदीप कुमार (25), सुजल राय (25), सुभाष चंद्र रॉय (35), बोद्या रॉय (40), गौतम मजूमदार (22), दरक्षा खातून (12) और अनुमय बर्मन (60) के तौर पर की गई है.
हादसे में घायल अन्य यात्रियों के नाम संतोष कुमार बर्मन (46), मुक्ति राम बर्मन (58), मुकेश कुमार (24), रीना बर्मन (45), तरुण बर्मन (26), शिराजुल (36), रवि कुमार, जहादुर रहमान, सबनम खातून (35), नजराना खातून (23), शाहिद (चार), कार्तिक यादव (24), विवेक कुमार (29), देवंती देवी (60), सत्यनारायण गुप्ता (63), राकेश कुमार (30), वेद प्रकाश प्रजापति, मोहम्मद लाडू (29), दयानंद कुमार, सुदीप रविदास(25) और लाल बहादुर छेत्री (37) है.
इस बीच, रेलवे अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान निवासी नरेंद्र के परिजनों को छोड़कर सभी पीड़ितों के परिजनों को अनुग्रह राशि दे दी गई है. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मृतक नरेंद्र के परिवार को सूचित कर दिया गया है और वो बृहस्पतिवार रात को बक्सर पहुंचे.
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