Notorious Criminal Pramod Yadav: बिहार एसटीएफ और मधेपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 3 लाख रुपये का इनामी कुख्यात वांछित अपराधी प्रमोद यादव शुक्रवार (31 मई) को मुठभेड़ में मारा गया. मधेपुरा जिले के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के हथिऔंधा सिन्दुरिया टोला के प्रमोद यादव का काफी लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. सीमांचल व कोसी क्षेत्रों के साथ-साथ वो राज्य के कई इलाकों में अपना आतंक फैलाना चाहता था. 


उस पर पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा और कटिहार रेल जिले के विभिन्न थानों में 20 से भी अधिक कांड दर्ज हैं, जिनमें हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट, पुलिस पर हमले जैसे कई गंभीर अपराध शामिल हैं. प्रमोद यादव का रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से भी सीधा संबंध था और उसके गुर्गों को वह पनाह देता था.


 गैंग ने की पुलिस टीम पर फायरिंग


जानकारी के मुताबिक छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर प्रमोद यादव और उसके गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी जवाबी कार्रवाई में भी फायरिंग हुई और पुलिस मुठभेड़ में प्रमोद यादव ढेर हो गया. घटनास्थल से कारबाइन, 2 पिस्टल, और कई जिंदा कारतूस बरामद हुआ है. घटनास्थल पर वरीय पुलिस पदाधिकारी और FSL की टीम पहुंच चुकी है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है.


प्रमोद यादव पर हत्या के कई मामले दर्ज 


बताया जाता है कि वो कभी पुलिस टीम पर हमला करके तो कभी खुद पुलिस बनकर घटना को अंजाम देता था. वर्ष 2020 के जनवरी माह में हथियार से लैस प्रमोद यादव गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था, उसी वर्ष जून माह में जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर वह पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी.


वहीं, वर्ष 2021 में उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजमपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो अपनी पत्नी के हत्याकांड के मुख्य गवाह थे.


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