पूर्णिया: बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी बीते दिनों सरकारी कार्यक्रमों में अपने छोटे भाई को भेज कर विवादों में घिर गए थे. मत्स्य संसाधन मंत्री को इस वजह से काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी. साथ ही सामुहिक तौर पर गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगनी पड़ी थी. ये विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि नीतीश कैबिनेट के एक और मंत्री ने फिर यही गलती दोहरा दी.
तस्वीरें वायरल होने के शुरू हो गया विवाद
अब बिहार सरकार में पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान के बेटे की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. वायरल तस्वीरों में वे नल-जल योजना की जांच के लिए बनाए गए जांच दल के साथ दिख रहे हैं. चर्चाएं हैं कि मंत्री के बेटे दीपक कल्याण उर्फ छोटू रूपौली के कई पंचायतों में नल-जल योजना की जांच के लिए पहुंचते हैं. इस बात के सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया है.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर साधा निशाना
इस पूरे मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर एक बाद सीएम नीतीश और उनकी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बिहार के अब तक के सबसे कमजोर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सबसे कमजोर लुंज-पुंज सरकार चल रही है. कभी एक मंत्री का भाई सरकारी योजनाओं का उद्घाटन करने पहुँचता है कभी दूसरे मंत्री का बेटा वसूली के लिए योजनाओं की जांच करने पहुंच रहा है. नीतीश जी ने बिहार का मज़ाक बना कर रख दिया है.
बता दें कि बीते दिनों बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान पूर्णिया पहुंचे थे, जहां वे समाहरणालय में आयोजित जल नल योजना की समीक्षा बैठक में शामिल हुए. साथ ही पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि के बनमनखी स्थित निवास पर श्राद्ध क्रम में भी पहुंचे. सर्किट हाउस में प्रेस को संबोधित भी किया और अमौर में जल नल योजना का निरीक्षण किया था. लेकिन उसके बाद जो तस्वीरें सामने आईं उसने विवाद खड़ा कर दिया.
मंत्री के जाने के बाद बेटे ने किया निरीक्षण
पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान पूर्णिया दौरे के बाद वापिस पटना लौट गए. मगर उनके बेटे दीपक कल्याण पूर्णिया ही रुक गए और विभिन्न प्रखंड पहुंचकर नल जल योजना की जांच करने लगे. इस जांच में ओएसडी भी उनके साथ थे.
मंत्री ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
इधर, मामले ने जब तूल पकड़ लिया तब बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने आरोपों का खंडन करते हुए इसे बेबुनियाद बताया. मंत्री का कहना है कि वो खुद से निरीक्षण करने गए थे, ड्राइवर की तबीयत खराब थी, इसलिए उनका बेटा साथ गया था.
पीएचईडी विभाग ने की पुष्टि
वहीं, पूर्णिया पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार ने पीएचईडी मंत्री के बेटे की ओर से निरीक्षण किए जाने की पुष्टि की है. मनीष कुमार ने बताया कि वो योजनाओं की गुणवत्ता को देखने गए थे. उनके साथ जांच टीम के कई अधिकारी भी शामिल थे.
यह भी पढ़ें -
नीतीश कुमार की अधिकारियों को चेतावनी- शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसें, कोताही बर्दाश्त नहीं
Bihar Panchayat Chunav 2021: पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी ने बनाई रणनीति, इन उम्मीदवारों को देगी समर्थन