Bihar News: बिहार में पांच-छह दिनों से चले आ रहे राजनीतिक घमासान का पटाक्षेप हो गया और शाम होते-होते नीतीश कुमार ने एकबार फिर सीएम के रूप में शपथ ले ली. लेकिन इस बार महागठबंधन के नहीं बल्कि एनडीए का हिस्सा बनकर शपथ लिया. नीतीश कुमार नौवीं बार सीएम बने हैं. वहीं, उनके साथ आठ और मंत्रियों ने शपथ ली जिनमें से कुछ उनकी पार्टी जेडीयू और तो कुछ बीजेपी के हैं. 


नीतीश कुमार की पार्टी से विजय चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार ने शपथ ली है तो बीजेपी की ओऱ से सम्राट चौधरी, प्रेम कुमार और विजय सिन्हा को राज्यपाल ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनके अलावा जीतन राम मांझी की पार्टी हम से संतोष सुमन और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने शपथ लिया. इनमें से ज्यादातर पहले की सरकारों में मंत्री रह चुके हैं जैसे कि विजय चौधरी महागठबंधन सरकार में वित्त मंत्री रहे हैं जबकि सम्राट चौधरी राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रहे हैं हालांकि छह साल पहले उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी. 


जातिगत वोटों को साधने की कोशिश, इन जातियों का रखा गया ख्याल
बिहार में सरकार बनाने में जातिगत वोटों की अहम भूमिका रहती है और शायद यही वजह है कि मंत्री समूह में सभी वर्गों का ध्यान रखने की कोशिश की गई है. पिछड़ी, अन्य पिछड़ा वर्ग और सवर्ण तीनों वर्गों से आने वाले नेताओं को जगह दी गई है. सीएम नीतीश की बात करें तो वह एमएलसी हैं और कुर्मी समाज से आते हैं जबकि सम्राट चौधरी कोइरी हैं. विजय सिन्हा, विजय चौधरी और सुमित सिंह सवर्ण समाज से आते हैं. विजय सिन्हा और विजय चौधरी भूमिहार हैं जबकि सुमित सिंह राजपूत हैं. इनके अलावा श्रवण कुमार कुर्मी और संतोष सुमन अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं. बीजेपी के नेता प्रेम कुमार कहार जाति से ताल्लुक रखते हैं.


Tejaswi Yadav X Bio Changed: सरकार गिरते ही तेजस्वी यादव ने बदला X बायो, जानें अब क्या लिखा?