पटनाबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सोमवार को कहा कि 26 नवंबर को शराबबंदी को लेकर एक बार फिर शपथ ली जाएगी. पटना के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल तथा राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी का निर्णय वर्ष 2016 का है. उसको लेकर जितना अभियान चला है, सबलोग जानते हैं. इसको लेकर अब तक नौ बार समीक्षा बैठक की गई है. 26 नवंबर को शराबबंदी को लेकर एक बार फिर शपथ ली जाएगी.


शराब को लेकर शादी समारोह में पुलिस की छापेमारी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली हैं कि कुछ लोग शादी के कार्यक्रम में भी शराब पिलाने का इंतजाम करते हैं. इस संबंध में पुलिस को सूचना मिलने पर छापेमारी की जा रही है. नीतीश ने कहा कि शराबबंदी को लेकर प्रशासन को सभी चीजों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य शराबबंदी के प्रति जागरूकता फैलाना है और इसको लेकर पूरे बिहार में फिर से अभियान चलाया जाएगा.


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राबड़ी और तेजस्वी ने उठाए थे सवाल


बता दें कि इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आरोप भी लगाया कि बिहार पुलिस शराबबंदी के नाम पर बिना महिला पुलिसकर्मियों के दुल्हन के कमरों और कपड़ों की तलाशी ले रही है. यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है. उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया, "बिहार में शराब कैसे व क्यों पहुंच रही है, कौन पहुंचा रहा है? इसकी जांच और खोजबीन करने के बजाय सरकार महिलाओं को ही परेशान कर रही है."


वहीं तेजस्वी यादव ने कहा था कि, "बिहार पुलिस व सरकार ही राज्य एवं 5-6 जिलों की सीमा पार करवा कर शराब पटना पहुंचाती है और फिर होटलों, वैवाहिक स्थलों, दुल्हन के कपड़ों, कमरों और शौचालयों की तलाशी लेने की नौटंकी रचती है. विडंबना है शराब की तस्करी करने, कराने, बेचने और बिकवाने वालों पर ही शराब पकड़ने की जिम्मेदारी है."



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