आरा: 30 लाख की आबादी में सिर्फ 4 वेंटिलेटर, 1 प्रतिशत कोरोना मरीजों के लिए भी वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं
बिहार में कोरोना से उत्पन्न स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है. स्थिति ऐसी है कि आरा 30 लाख की आबादी में केवल चार वेंटिलेटर उपलब्ध है.
आरा: बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. इनदिनों रोजाना करीब 2500 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में बिहार सबसे फिसड्डी राज्य साबित हो रहा है. यहां स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब है. बिहार के आरा में स्थिति सबसे बदतर दिख रही है. 30 लाख की आबादी वाले इस जिले में सिर्फ 4 वेंटिलेटर की ही सुविधा है. जबकि इस जिले में अब तक 15 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है.
कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर पूरे बिहार में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. इसके बावजूद राज्य में काफी तेजी से संक्रमण फैल रहा है. कोरोना से लड़ने के लिए किये गए तमाम वादे जमीनी स्तर पर फेल साबित हो रहे हैं. लगभग 30 लाख आबादी वाले इस जिले में अब तक कोरोना के 1500 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में जिले के अंदर सिर्फ 4 वेंटिलेटर की उपलब्धता स्वास्थ्य व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर हैं.
बता दें कि आरा में फिलहाल 500 से अधिक एक्टिव केस हैं. इनमें अगर 1% मरीज को भी वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी तो यहां उनका इलाज संभव नहीं है. क्रिटिकल कोरोना मरीजों की जान आरा में नहीं बचाई जा सकती है. भोजपुर जिले में 14 पीएचसी, 3 अनुमंडल अस्पताल और 2 रेफरल अस्पताल हैं. लेकिन वेंटिलेटर की व्यवस्था कहीं नहीं है. आरा सदर अस्पताल में सिर्फ 4 वेंटिलेटर लगाए गए हैं.
बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नेताओं की खूब बयानबाजी होती रहती है. लेकिन हकीकत कुछ और ही है. आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ.सतीश कुमार सिन्हा बताते हैं कि "जहां आईसीयू है, वहीं वेंटिलेटर लगाया जा सकता है. यानी की सिर्फ और सिर्फ जिले के एक ही अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था हो सकती है." कोरोना काल में वेंटिलेटर मरीजों के लिए रामबाण से कम नहीं है. जिंदगी की सांसे थम न जाए, इसलिए वेंटिलेटर मशीन फेफड़ों में ऑक्सीजन भेजती है और मरीज के शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड निकालती है. मरीजों को आसानी से सांस लेने में मदद करती है.
आरा सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.ललितेश्वर प्रसाद झा ने बताया, "सदर अस्पताल के मेडिकल वार्ड में 40 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. लेकिन यहां सिर्फ 4 वेंटिलेटर की ही सुविधा है. ये वेंटिलेटर आईसीयू में हैं."