पटना: रूपेश हत्याकांड के खुलासे के बाद विवाद जारी है. विपक्ष और रूपेश के परिजन इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं कि रोडरेज जैसे मामूली वजह से रूपेश की हत्या की गई है. ऐसे में पुलिस के खुलासे से असंतुष्ट विपक्ष के कई नेताओं ने गुरुवार को राजभवन मार्च किया और राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर रूपेश हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा.


सीबीआई करे पूरे मामले की जांच


राजभवन मार्च करने वाले नेताओं में राम जतन सिन्हा, अजित कुमर, सुरेश शर्मा, बीना साही, पूर्व सांसद अरुण कुमार सहित कई पूर्व मंत्री-विधायक शामिल थे. इन नेताओं का मानना है कि रूपेश हत्याकांड में मनगढ़न्त कहानी बनाकर पुलिस ने जांच निपटा दी है. इसलिए मामले की सीबीआई जांच हो और असली अपराधियों का चेहरा सामने आए.


उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि न हम बचाते और न फंसाते हैं, तो वो इस मामले की सीबीआई से जांच कराए. इस मामले में मूल अपराधी को बचाया जा रहा है. इसमें बड़े मंत्री और अफ़सर शामिल हैं.


रोडरेज में हत्या का दावा


मालूम हो कि बुधवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा में बताया था कि रोडरेज में इंडिगो मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या की गई थी. हत्या में कुल चार अपराधी शामिल हैं. फिलहाल पुलिस ने एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि तीन अपराधी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. अपराधी दो बाइक पर सवार होकर आए थे और रूपेश को छह गोली मारी थी.


बाइक चोर है अपराधी


एसएसपी ने बताया था कि गिरफ्तार अपराधी पटना का आदर्श नगर निवासी रितुराज है, जिसके पिता का नौबतपुर में ईंट भट्ठी है. रितुराज बाइक चोर है और महंगी बाइक की चोरी करता है. फिलहाल पुलिस ने रितुराज के पास से चार गोली, 13 जनवरी की चार अलग-अलग अखबार, हत्या को अंजाम देने के वक़्त पहना गया कपड़ा, झोला, चोरी की अपाचे बाइक बरामद की है.


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