पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अगुवाई में 23 जून को पटना में विपक्षी एकता की बैठक होने जा रही है. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए रणनीति बनेगी. इस बैठक को लेकर अब असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी ने भी हमला बोला है. एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान (Akhtarul Iman) ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्षी एकता में मामला यह है कि इसकी अगुवाई नीतीश कुमार कर रहे हैं. अब उनके साथ चलने वाले को उन पर कितना विश्वास होगा. यह तो कछुए की सवारी समुद्र में है, कब तैरे कब डूब जाए कोई ठिकाना नहीं है.
अख्तरुल ईमान ने कहा नीतीश कुमार कब रहे किन के साथ, किनसे उनकी मनोकामना की पूर्ति होगी यह तो वही बताएंगे. उन्होंने तो कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. यह कहे हुए उनको 15 महीना भी नहीं हुआ था और फिर बीजेपी में चले गए थे. तो कब क्या होगा यह नहीं कहा जा सकता है.
'मुसलमानों का वोट प्यारा, लीडरशिप नहीं'
अख्तरुल इमान ने एआईएमआईएम को विपक्षी एकता की होने वाली बैठक में नहीं बुलाए जाने पर जेडीयू और आरजेडी पर हमला बोला. कहा कि हम बड़ी जाति के होते तो हम भी उस बैठक में रहते. इन लोगों को सिर्फ मुसलमानों का वोट प्यारा है, मुसलमानों की लीडरशिप नहीं चाहिए. यह लोग हमेशा अपने आप को समाजवादी कहते हैं लेकिन यह लोग समाजवादी हैं या अवसरवादी यह देखा जाए. नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग बीजेपी और आरएसएस की गोद में बैठकर पले बढ़े हैं, जिन्होंने बीजेपी और आरएसएस को बिहार का गांव-गांव, गली-गली घुमाया वह बीजेपी का विरोधी हो गया.
क्रेडिट के चक्कर में अधर में लटका दरभंगा एम्स
अख्तरुल ईमान ने कहा दरभंगा में बनने वाला एम्स अधर में लटक चुका है. केंद्र सरकार को राज्य सरकार ने समय पर भूमि उपलब्ध नहीं कराई और जो भूमि दी गई उसे केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने अनुकूल नहीं माना. उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों पर हमला करते हुए कहा कि ये अपने क्रेडिट के चक्कर में सीमांचल के लोगों के साथ धोखा कर रहे हैं.
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