बिहार: विधानसभा चुनाव में ओवैसी खेल सकते हैं हिन्दू कार्ड, आदिवासी को टिकट देने की है संभावना
किशनगंज संसदीय क्षेत्र में मजबूत दिखने वाली एआईएमआईएम अब अपने पांव पसारते हुए सामने आ रही है. पहले पूर्णिया के बायसी और अमौर विधानसभा में मजबूती के साथ जनाधार तैयार करने के बाद, अब पूर्णिया सदर में भी पत्ते खोल रही है.
पूर्णिया: देश की राजनीति में कट्टर मुस्लिम नेता माने जाने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने बिहार विधानसभा चुनाव में एंट्री मारी है. पहले 50 सीटों की लिस्ट जारी कर बिहार की राजनीति गर्म के बाद अब पार्टी उम्मीदवार तय करने में जुट गई है. मिली जानकारी अनुसार इस बार मुस्लिम चेहरा को टिकट देने की सोच को दरकिनार कर हिन्दू कार्ड खेलने की तैयारी है. पूर्णिया की 7 में से 4 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा करने वाली ओवैसी की पार्टी ने पूर्णिया 62 सदर विधानसभा से हिन्दू चेहरा को उम्मीदवार बना सकती है. ऐसी चर्चा है कि पार्टी आदिवासी उम्मीदवार को टिकट दे सकती है.
किशनगंज के बाद पूर्णिया में गाड़ सकती है झंडे
किशनगंज संसादयी क्षेत्र में मजबूत दिखने वाली एआईएमआईएम अब अपने पांव पसारते हुए सामने आ रही है. पहले पूर्णिया के बायसी और अमौर विधानसभा में मजबूती के साथ जनाधार तैयार करने के बाद, अब पूर्णिया सदर में भी पत्ते खोल रही है. सदर विधानसभा से कई नेताओं ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अब औपचारिक ऐलान कर दिया है. पूर्णिया नगर निगम के पार्षद सह स्थायी समिति के सदस्य विजय उरांव ने पार्टी सदस्यता ग्रहण कर क्षेत्र से उम्मीदवारी का दावा पेश कर दिया है.
मुस्लिम-आदिवासी समीकरण बदल सकता है नतीजा
पूर्णिया के 62 सदर विधानसभा में आंकड़ो पर समीकरण तय होता है और अगर आंकड़ों की समीकरण सटीक बैठ गई तो बड़ा फेर बदल हो सकता. इस क्षेत्र में मुस्लिम, आदिवासी और अतिपिछड़ों को देखा जाए तो कुल 42 प्रतिशत मतदाता हैं. अगर इन 42 प्रतिशत मतदाताओं को अगर एकजुट कर लेते हैं तो 10 नवंबर को नतीजे चौकाने वाले आ सकते हैं.
आदिवासियों के चर्चित चेहरे हैं विजय उरांव
ओवैसी ने जिस उम्मीदवार पर दांव खेलने का मन बनाया है वो आदिवासी समाज के चर्चित चहरे हैं. विजय उरांव हमेशा से अपने समाज और अति पिछड़ों की आवाज उठाते आए हैं. वर्तमान में नगर निगम के पार्षद होने के साथ-साथ स्थायी समिति के सदस्य भी हैं, जिससे नगर क्षेत्र में भी चर्चित हैं. अगर 13 अक्टूबर को नामांकन के दिन पार्टी का टिकट के साथ नॉमिनेशन कराकर निकलेंगे तो निश्चित ही तमाम प्रत्याशियों के लिए सरदर्द ही बनेंगे.
विधानसभा का चुनाव होगा दिलचस्प
चुनाव आयोग ने चुनावी तारीखों की घोषणा कर दी है. तीन चरण में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्णिया जिला में तीसरे और आखरी चरण यानी 7 नवंबर को मतदान होगा है. इसके साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो चुका है.