बेतिया: बिहार पंचायत चुनाव के नौवें चरण का आज रिज्लट जारी किया गया है. इस चरण में जनता ने दिग्गज प्रत्याशियों को धूल चटा दी है. मंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक के घरवालों को निराशा हाथ लगी है. जनता ने उन्हें सिरे से नकार दिया है. वहीं, साफ सुथरे और स्वच्छ छवि के साथ-साथ पढ़े लिखे लोगों को विजयी बनाया है. परिवर्तन की लहर के बीच पश्चिमी चंपारण के नौतन और बैरिया प्रखंड क्षेत्र के सभी 38 पंचायतों का चुनाव परिणाम आ गया है. कभी दस्यू सरगनाओं का गढ़ कहे जाने वाले नौतन और बैरिया प्रखंड क्षेत्र की जनता ने इस बार अपनी पंचायत सरकार का चयन करते हुए कई दिग्गजों को धूल चटाने का काम किया, जिसमें उपमुख्यमंत्री के भाई से लेकर पर्यटन मंत्री की बहू तक शामिल हैं.
दांव पर लगी थी दिग्गजों की साख
नौतन प्रखंड क्षेत्र के 20 और बैरिया प्रखंड क्षेत्र के 18 पंचायत में कई दिग्गज मैदान में थे, जिसमें बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के भाई अनिल कुमार जिला परिषद से तो पर्यटन मंत्री की बहू रंजीता देवी मुखिया पद पर किस्मत आजमा रही थी. वहीं, वाल्मीकिनगर से जेडीयू सांसद सुनील कुमार के भाई मनोज कुशवाहा जिला परिषद तो आरजेडी नेता अमर यादव की पत्नी रेणु देवी जिला परिषद का चुनाव लड़ रही थी. हालांकि, बीजेपी के दोनों बड़े नेताओं के परिवार वालों को हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं, जेडीयू सांसद के भाई को जीत मिली और आरजेडी नेता अमर यादव की पत्नी रेणु देवी को भी जीत हासिल हुई. सबसे अहम बात तो यह है कि पर्यटन मंत्री की बहू और उपमुख्यमंत्री के भाई को दूसरा स्थान भी नहीं मिल सका.
पढ़े लिखे लोगों पर जनता ने किया भरोसा
नौतन प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले बीटेक इंजीनियर असद रजा को जनता का भरपूर समर्थन मिला और उन्होंने सबसे कम उम्र में चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार की उपलब्धि भी हासिल की. असद रजा जिला परिषद क्षेत्र संख्या 36 चुनाव मैदान में थे जो 2 हजार वोट से चुनाव जीत गए. बहरहाल, इस बार के पंचायत चुनाव का परिणाम परिवर्तन की बयार लेकर आया है, जिसमें पुराने जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ दिग्गजों को भी उड़ा लिया है. चुनाव परिणाम के दौरान जनता ने जिले के बड़े-बड़े जनप्रतिनिधियों के परिवार को पंचायत निकाय चुनाव में सिरे से खारिज कर दिया है. उपमुख्यमंत्री का भाई पांचवा तो पर्यटन मंत्री की बहू को मिला चौथा स्थान.
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