Bihar Panchayat Election: चुनाव लड़ने के लिए कोरोना टीका अनिवार्य, देना पड़ सकता है सर्टिफिकेट!
कोरोना की वजह से पंचायत चुनाव टलता चला गया है. इसपर जीतन राम मांझी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल को छह माह के लिए बढ़ाने के लिए कहा था. हालांकि अब आगे चुनाव कराने के लिए विभाग तैयारी कर रहा है.
पटनाः बिहार में इस साल पंचायत चुनाव होना है हालांकि यह कब और कैसे होगा अभी यह पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है. हालांकि यह चर्चा है कि पंचायत चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों को शपथ पत्र के साथ कोरोना टीका का प्रमाण पत्र देना पड़ सकता है. राज्य सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है.
राज्य निर्वाचन आयोग जारी कर सकता है निर्देश
इसको देखते हुए अब वैसे अभ्यर्थी जो इस बार पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं उन्हें कोरोना टीका के प्रमाण पत्र को दिखाना पड़ सकता है. सूत्रों की मानें तो राज्य निर्वाचन आयोग इस संबंद में जल्द ही निर्देश भी जारी कर सकता है. निर्देश के अनुसार, नामांकन के दौरान उन्हें शपथ पत्र के साथ प्रमाण पत्र देना पड़ सकता है. बिहार में सितंबर-अक्टूबर में पंचायत का चुनाव संभावित है.
बता दें कि कोरोना की वजह से पंचायत चुनाव टलता चला गया है. इसपर जीतन राम मांझी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल को छह माह के लिए बढ़ाने के लिए कहा था. हालांकि अब आगे चुनाव कराने के लिए विभाग तैयारी कर रहा है लेकिन बरसात इसे प्रभावित कर सकता है.
गौरतलब हो कि बारिश के कारण राज्य की करीब 25 से अधिक जिले प्रभावित होते हैं. साथ ही इन जिलों के करीब सैकड़ों प्रखंडों को बाढ़ प्रभावित करती है. ऐसे में बरसात और बाढ़ के पानी को देखते हुए बूथों के चयन पर भी विचार किया जा रहा है.
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