गोपालगंजः जिले में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की ड्यूटी आते ही सरकारी कर्मियों ने लिस्ट से नाम कटवाने के लिए जोड़-तोड़ शुरू कर दी है. कोई किसी रसूखदार व्यक्ति से सिफारिश कर चुनाव में ड्यूटी से नाम कटवाने की जुगत में है, तो कोई बीमारी का बहाना बनाकर चुनाव ड्यूटी से किनारा करना चाहता है. वहीं, गंभीर बीमारी का बहाना बनाकर चुनावी ड्यूटी से बचने की कोशिश में लगे कर्मचारियों पर अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्रवाई भी की जा सकती है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने बीमारी की बात कहते हुए चुनाव ड्यूटी से असमर्थता जताने वाले कर्मियों की गहनता से जांच शुरू कर दी है.


जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर रविवार को कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग से गठित मेडिकल टीम पहुंची. मेडिकल बोर्ड में शामिल फिजिशियन डॉ. सनाउल मुस्तफा व हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ कैप्टन डॉ. एसके झा ने 399 कर्मियों की मेडिकल अनफिट की जांच की.


आज रिपोर्ट जारी होने की उम्मीद


मेडिकल जांच के दौरान मुख्य रूप से किडनी, ब्लड प्रेशर, हड्ड़ी रोग, हृदय रोग, दिव्यांगता, ब्लड सुगर आदि बीमारियों से पीड़ित कर्मियों की जांच की गई. मेडिकल टीम के जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर्मियों के फिट या अनफिट होने का निर्णय लेंगे. आज रिपोर्ट जारी होने की उम्मीद है.


दूसरे चरण से शुरू होगा मतदान


त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गोपालगंज में दूसरे चरण से मतदान शुरू होना है. दूसरे चरण में विजयीपुर व तीसरे चरण में भोरे प्रखंड में चुनाव होना है. चुनाव के लिए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. प्रशिक्षण के बाद चुनाव कर्मियों ने बीमारी का बहाना बनाकर नाम कटवाने के लिए आवेदन दिया था.



यह भी पढ़ें-


ISI के आतंकी पकड़े जाने के बाद बिहार में अलर्ट, 13 जिलों के एसपी व रेल पुलिस को सख्त निर्देश


बिहारः जेल गया पति तो दूसरे से हुआ प्यार, बाहर आया तो पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर कई टुकड़ों में काट डाला