मोतिहारीः बिहार में पंचायत चुनाव हो रहा है. एक तरफ जीतने वाले जश्म मना रहे हैं तो दूसरी ओर हारने वालों के चेहरे पर उदासी है. पूर्वी चंपारण के तुरकौलिया प्रखंड की सपही पंचायत में त्रिस्तरीय चुनाव में मुखिया पद से हारने के बाद एक मुखिया प्रत्याशी का दिमाग ऐसे घुमा कि उसने गांव के लोगों को धोखा देने की बात कह गोली मार देने की धमकी दे दी. अब हार के बाद उसके इस धमकी से गांव के लोग दहशत में हैं. थाने में आवेदन भी दिया गया है.
दरअसल, पारस चौधरी ने मुखिया पद के लिए अपना नामांकन कराया था. आठ अक्टूबर को मतगणना के बाद हार मिली तो मुखिया प्रत्याशी पारस चौधरी ने गांव के ही पांच लोगों पर धोखा देने का आरोप लगाया. इसी से बौखलाकर गुस्से में गोली मारने की धमकी दे दी. कहा जा रहा है कि सपही पंचायत के मंझरिया गांव में कम वोट मिलने के कारण चुनाव में हार हुई है. इसको लेकर मतगणना के दिन देर रात एक युवक को पकड़वाकर अपने दरवाजे पर लाकर मतदान के संबंध में पूछताछ की थी.
चुनाव में खर्च किए गए रुपये मांगे
इसके बाद घबड़ाए युवक ने अपनी जान बचाने को लेकर कुछ-कुछ बातें ग्रामीणों के प्रति वोट नहीं देने को लेकर बताई. उसने गांव के कुछ लोगों का नाम भी बताया. इसके बाद से मुखिया प्रत्याशी ने गांव के पांच लोगों पर धोखा देने व चुनाव में लाखों की खर्च राशि की मांग करते हुए गोली मारने की धमकी दी.
परिवार के साथ दहशत में लोग
इस मामले में सपही पंचायत के मंझरिया गांव निवासी दिनेश सिह ने बीते मंगलवार को रघुनाथपुर ओपी में आवेदन दिया है. ग्रामीण के मुताबिक मंगलवार की सुबह वेह गांव से नजदीकी त्रिभुवन चौक पर गया था. यहां हारे हुए मुखिया प्रत्याशी पारस चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ घेरकर गाली-गलौज की और कहा कि वोट नहीं दिया है, तुमको गोली मार देंगे. इस धमकी से उनके पूरे परिवार के साथ ग्रामीणों में दहशत का महौल है.
ओपी प्रभारी कंचन भास्कर ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी. इस मामले को सुलझाने के लिए एक पूर्व विधायक और एक पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष ने बीते सोमवार को आकर पंचायत भी की थी, लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया है. फिर से पहल की जाएगी.
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