जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद जिले में पंचायत चुनाव को लेकर लगाए जा रहे कयासों पर अब विराम लग गया है. जिले में अगस्त से सितंबर महीने के बीच पंचायत चुनाव होगा है. चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज कर दी गई हैं. मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी हिमांशु कुमार राय ने समाहरणालय स्थित ग्राम प्लेक्स भवन में सभी बीडीओ और सीओ के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई.
पहली बार ईवीएम से होगा मतदान
इस बार के पंचायत चुनाव की सबसे बड़ी खूबी यह होगी कि मतदान ईवीएम से कराया जाएगा. इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा ईवीएम की प्राप्ति कुछ दिनों में कर लिया जाएगी. ईवीएम के परिवहन, भंडारण, सुरक्षा, वितरण इत्यादि की पूर्व से तैयारी कर टीम का गठन कर लिए जाने का अधिकारियों को प्लान तैयार करने को कहा गया है.
ईवीएम परिवहन के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार उचित प्रकार के कन्टेनर, गाड़ी, सुरक्षा इत्यादि की व्यवस्था करने काे कहा गया है. पंचायत चुनाव छह पदों के लिए होगा. इसके लिए ईवीएम प्राप्त होने के बाद अलग-अलग कमिशनिंग किया जाएगा. संबंधित सभी निर्वाची पदाधिकारियों को ब्रजगृह चिन्हित कर लेने का निर्देश दिया गया है.
निर्वाचन आयोग के अनुसार छह पदों के लिए मतगणना अलग-अलग किया जाएगा, जिसके लिए ब्रजगृह बनाने को कहा गया. ब्रजगृह में सभी खिड़की को सील करने और एक ही दरवाजा रखने की निर्वाची पदाधिकारियों को हिदायत दी गई है.
क्या कहते हैं डीएम?
इस संबंध में डीएम हिमांशु कुमार राय ने बताया कि अब तक जो तैयारियां हैं, उसके अनुसार जिले में सात चरणों में पंचायत चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा. शेड्यूल के अनुसार प्रथम चरण में काको प्रखंड में चुनाव होगा. इसी प्रकार द्वितीय चरण में घोसी, तृतीय चरण में रतनी-फरीदपुर, चौथे चरण में हुलासगंज, पांचवें चरण में सदर प्रखंड, छठे चरण में मोदनगंज प्रखंड और सातवें व अंतिम चरण में मखदुमपुर प्रखंड में चुनाव कराया जाएगा.
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों के निर्वाची पदाधिकारियों को चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का निर्देश देते हुए, सभी जरूरी कार्यों के निष्पादन को प्राथमिकता के आधार पर निबटाने की हिदायत दी.
यह भी पढ़ें -
बिहारः नदी पार कराने के लिए नई-नवेली दुल्हन को दूल्हे ने गोद में उठाया, वीडियो वायरल
बिहार के छह जिले हुए नक्सल-मुक्त, अब भी 10 बचे, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी की सूची