गया: बिहार पंचायत चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान जारी है. मतदान को लेकर मतदाताओं के बीच खासा उत्साह दिख रहा है. इसी बीच गया जिले के गुरुआ प्रखंड के वर्मा पंचायत के बिशुनपुर स्थित मतदान केंद्र चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, आयोग द्वारा मतदान केंद्रों पर पानी, बिजली, व्हील चेयर समेत कई सुविधाएं उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है ताकि किस को भी मतदान करने में कोई परेशानी न हो. लेकिन जिले के वर्मा पंचायत के बिशुनपुर स्थित मतदान केंद्र संख्या-05 पर भारी कुव्यवस्था दिख रही है.
800 मतदाताओं को करना है मतदान
मतदान केंद्र चारों तरफ पानी से घिरा है. कच्चे रास्ते के सहारे मतदाता मतदान करने पहुंच रहे हैं. उक्त मतदान केंद्र पर बिशुनपुर और बरवाडीह गांव के करीब 800 मतदाताओं को मतदान करना है, लेकिन रास्ता नहीं होने की वजह से लोगों को आने में परेशानी हो रही है. बता दें कि मतदान केंद्र के एक तरफ नहर है. वहीं, दूसरी तरफ खेतों में भरे बारिश के पानी की वजह से जलजमाव हो रखा है.
इसी पानी के बीच में एक कच्चा रास्ता है, जो इस मतदान केंद्र तक पहुंचता है. 28 वर्ष पहले तत्कालीन गुरुआ विधायक रामाधार सिंह द्वारा विधायक कोटे से सामुदायिक विकास भवन बनाया गया था, जो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. लेकिन आज तक किसी जनप्रतिनिधि ने इसका जीर्णोद्धार नहीं करवाया है.
चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों को हो रही दिक्कत
इस संबंध में मतदान केंद्र के पीठासीन पदाधिकारी डॉ. अफताब आलम ने बताया कि हालत ऐसी है कि मतदान के समय से दो घंटे लेट बायोमेट्रिक शुरू हो सका है. यहां तक पहुंचने में भी काफी परेशानी हुई है. एक दिन पूर्व मतदान केंद्र पर आना होता है. लेकिन मतदान केंद्र के चारों तरफ पानी भरा है, भवन जर्जर है इसलिए दूसरे मतदान केंद्र पर रात गुजारनी पड़ी है. उन्होंने कहा कि सरकार का आदेश है तो मतदान कराना ही है, लेकिन काम करने में बहुत परेशानी हो रही है.
इधर, मतदान केंद्र पर कतार में खड़े दिव्यांग मतदाता अलखदेव यादव ने कहा कि जितने भी जनप्रतिनिधि बने हैं, सभी ने लूटा है. 500 की आबादी वाले गांव में एक भी विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र या सरकारी भवन नहीं है, जहां मतदान केंद्र बनाया जा सके. यह स्थिति सालों से है इसके बावजूद लोगों में मतदान करने को लेकर उत्साह है. लोग एक-दूसरे के सहयोग से मतदान केंद्र पहुंचे कर मतदान कर रहे हैं.
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