Pappu Yadav On PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और एनडीए की इस बार लोकसभा चुनाव में भीषण हार तय है. जनता के बीच इस बार उनकी कोई वेव नहीं है. राहुल गांधी 4 लाख से अधिक मतों से चुनाव जीत कर प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार होंगे. रायबरेली ने हमेशा देश को प्रधानमंत्री दिया है. ये कहना है पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) का. उन्होंन रविवार (19 मई) को पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पीएम गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं. वहीं स्मृति ईरानी को अहंकार की रानी बताया.
पीएम मोदी पर क्या बोले पप्पू यादव?
पप्पू यादव ने कहा, "मैंने रायबरेली और अमेठी के कई गांवों का दौरा किया है. अपने अनुभव से बता रहा हूं कि देश की जनता ने उन्हें नकार दिया है. पीएम गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं. उनको राम पर भरोसा था. पहले उन्हें हनुमान जी ने कर्नाटक में हराया. वैसे ही इस बार राम जी देश में हराएंगे. पीएम पर कोई विश्वास नहीं कर रहा है. फिर से अगर कोई नया खेल या नई चाल नहीं चली, तो उनका जाना तय है."
पप्पू यादव ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव के बचे हुए चरणों हम और हमारे साथी सीवान में हीना साहब, पाटलिपुत्र में मीसा भारती, पटना साहिब में अंशुल अभिजीत, सारण में रोहिणी आचार्य, बक्सर में अनिल चौधरी और जहानाबाद में वहां के साथियों के साथ के मत के अनुसार मुनिलाल को समर्थन देंगे.
इसके अलावा हम और हमारे साथी कांग्रेस, माले, सीपीआई और सीपीएम के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे, जो इंडिया ब्लॉक को मजबूत करें. हालांकि पप्पू यादव ने ये भी कहा कि आरजेडी के उम्मीदवार आम लोगों के साथ संपर्क में नहीं हैं.
'शहाबुद्दीन साहब को न्याय नहीं मिला'
पप्पू यादव ने मरहूम शहाबुद्दीन और उनकी पत्नी हिना शहाब का समर्थन करते हुए कहा कि जिन परिस्थितियों में शहाबुद्दीन साहब की मौत हुई, वह संदिग्ध है. उन्हें न्याय नहीं मिला. उन्होंने आरजेडी का नाम लिए बिना कहा कि अपनों ने भी न्याय की लड़ाई नहीं लड़ी. वे पहले ऐसे आदमी थे, जिन्हें अंतिम मिट्टी भी नहीं मिली. इसलिए सिवान की जनता हिना शहाब को वोट करे.
पप्पू ने कहा सिवान के सारे नेता और बिहार के सभी साथी वहां जाकर शहाबुद्दीन साहब के लिए न्याय को जिताएंगे. मेरी जरूरत हुई तो हम भी जाएंगे. सिवान का निर्णय पारिवारिक है. जब तक जिंदा हूं, शहाबुद्दीन साहब के परिवार के साथ खड़ा रहूंगा. ये मेरा व्यक्तिगत निर्णय है.