पटना: किसान विरोधी कानून के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत आरजेडी के नेता आज पटना में धरना प्रदर्शन करने वाले थे. प्रदर्शन के लिए सभी नेता सुबह गांधी मैदान में एकत्रित हुए थे. हालांकि, धरना प्रदर्शन से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष संकल्प लेने वाले थे, लेकिन पटना जिला प्रशासन ने उन्हें इस बात की अनुमति नहीं दी. वहीं, कई नेताओं को मैदान बाहर निकाल दिया.


इस संबंध में पटना डीएम कुमार रवि ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने सौ लोगों के साथ गांधी मैदान के अंदर जाने की अनुमति मांगी थी. गांधी मैदान के अंदर इतने लोगों को एक साथ जाने के लिए मैदान बुक कराने का नियम है. अगर वह पांच दस लोगों के साथ गांधी मूर्ति पर संकल्प लेना चाहें तो प्रशासन उनकी सहायता करेगा.


दरअसल, तेजस्वी यादव ने गांधी मूर्ति के पास संकल्प लेने के लिए मैदान के अंदर जाने के लिए आवेदन दिया था. लेकिन, उन्होंने अपने साथ सौ लोगों को ले जाने की अनुमति मांगी थी और ऐसा करने के लिए मैदान बुक कराना पड़ता है.


मालूम हो कि कोरोना काल की वजह से गांधी मैदान इन दिनों सुबह पांच बजे से नौ बजे तक मॉर्निंग वॉक के लिए खुलता है. उसके बाद अनुमति के बाद ही प्रवेश की इजाजत होती है.


मालूम हो कि तेजस्वी यादव ने कल कहा कि अगर नए कृषि विधेयक किसानों के पक्ष में है तो सरकार MSP को अनिवार्य रूप से लागू क्यों नहीं करती ? हम पूर्णत: किसानों के साथ खड़े है, आगे भी रहेंगे. किसानों को फसल का उचित दाम और न्याय दिलाने के लिए कल सुबह 10 बजे से गांधी मैदान पटना में गांधी मूर्ति के सामने संकल्प लेंगे.


तेजस्वी ने कहा था कि तेल, रेल, हवाई जहाज, हवाई अड्डे, बंदरगाह, बीएसएनएल, एलआईसी बेचने के बाद भाजपा सरकार अब किसानों की ज़मीन भी पूंजीपतियों के हाथों बेचने पर तुली है. मोदी सरकार कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण करने को आतुर है.


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