पटना: राजधानी पटना में नये कृषि कानून के खिलाफ आज तमाम किसान संगठनों ने राजभवन मार्च कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने का ऐलान कर राजभवन मार्च शुरु किया.इस मार्च में भारी संख्या में विभिन्न संगठनों से जुड़े आंदोलनकारी ने हिस्सा लिया. इस बीच आंदोलनकारियों को राजभवन की तरफ बढ़ने से रोकने के क्रम में पुलिस को लाठी चार्ज का सहारा लेना पड़ा.
बताते चलें कि कृषि बिल के विरोध में राज्य के अलग अलग हिस्से से आए किसानों ने पटना की सड़कों पर आज राजभवन मार्च किया. किसानों का मार्च गांधी मैदान से निकलकर राजभवन की ओर से बढ़ने लगा. डाक बंगला चौराहा पर मार्च के पहुंचते हीं पुलिस ने आंदोलनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया. किसान आगे राजभवन की ओर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने किसी को आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी.
डाकबंगला चौराहे पर रोके जाने के बाद किसानों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई. जब भीड़ अनियंत्रित होने लगी तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर कंट्रोल करने की कोशिश की.भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर केनन का भी इस्तेमाल किया. पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बाद भगदड़ मच गई. भाग रहे किसानों को भी पुलिस ने दौड़ाकर पीटा. कई किसानों ने गलियों में छिपकर जान बचाई. कई महिला किसान सड़कों पर गिर गईं.
आंदोलनकारी किसानों की मांग नये कृषि कानून को रद करे सरकार
आंदोलनकारी किसानों की मांग थी कि सरकार कृषि बिल को रद्द करे. डाक बंगला चौराहा पर काफी देर तक हंगामा होने के बाद आसपास के इलाकों में जाम लग गया.जाम के कारण गांधी मैदान से लोगों को आगे बढऩा मुश्किल हो गया.