Gangajal for Chhath Puja 2024: बिहार की लोक आस्था का महापर्व छठ कल यानी मंगलवार से शुरूहोने वाला है. इससे एक दिन पहले सोमवार को पटना के डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने विभिन्न छठ तालाबों एवं घाटों का निरीक्षण किया और घाटों पर पूजा की तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में घरों और अपार्टमेंट की छत पर भी लोग छठ करते हैं, ऐसे छठव्रतियों के लिए उनके घरों तक पवित्र गंगाजल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है.
छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा का ख्याल
दरअसल घाट पर नहीं जाने वालों के लिए जिला प्रशासन पटना ने विशेष व्यवस्था की है. प्रशासन के जरिए टैंकर के माध्यम से घरों, सोसायटीज एवं कॉलोनियों में श्रद्धालुओं तथा छठव्रतियों के लिए गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा. पटना नगर निगम का टैंकर विभिन्न वार्ड में भेजा जाएगा, जिससे लोगों को गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा. जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी नदी घाटों, तालाबों व पार्क पर उत्कृष्ट प्रशासनिक प्रबंध किया गया है.
एसएसपी मिश्रा ने कहा कि पटना जिला में गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों के लगभग 550 घाटों पर छठव्रतियों के जरिए छठ किया जाता है. इसके अलावा अनेक पार्क एवं तालाबों में भी छठ किया जाता है. लोग अपने-अपने घरों, अपार्टमेंट, सोसायटिज एवं कॉलोनियों में भी छठ करते हैं. पार्क, तालाबों, सोसायटिज एवं कॉलोनियों में छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन के जरिए हर तरह की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. पटना नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे के लगभग 102 घाट तथा करीब 45 पार्क एवं 63 तालाबों में छठव्रतियों के लिए प्रबंध किया गया है.
घाटों पर भी की गई है समुचित व्यवस्था
एसएसपी ने बताया कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से एसडीआरएफ की टीम, घाटों की स्थानीय भौगोलिक स्थिति से भली-भांति अवगत तैराकों, प्रशिक्षित गोताखोरों, नाव, नाविकों और सिविल डिफेंस के वोलंटियर्स को तैनात किया गया है. किसी भी आपदा की स्थिति में आकस्मिकता से निपटने के लिए सभी प्रबंध किया गया है. घाटों पर मेडिकल कैम्प भी सक्रिय रहेगें. भीड़-प्रबंधन और सुगम यातायात के लिए समुचित प्रबंध किया गया है. विधि-व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. सीसीटीवी, ड्रोन एवं वीडियो कैमरा से गतिविधियों की निगरानी की जाएगी.