Gram Raksha Dal Protest: बिहार के ग्राम रक्षा दल सह पुलिस मित्र अपनी मांग पूरी नहीं होने से परेशान हैं. ठंड के बीच आज (22 नवंबर) सुबह-सुबह जेडीयू कार्यालय का घेराव करने पहुंच गए. इसमें ना सिर्फ पुरुष थे बल्कि महिलाएं भी दिखीं. 100 से डेढ़ सौ की संख्या में पहुंचे ग्राम रक्षा दल के कर्मियों ने अपनी मांग को लेकर नीतीश सरकार के विरोध में नारेबाजी की. कार्यालय के गेट के बाहर प्रदर्शन करते रहे.
हालांकि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी प्रदर्शनकारियों को कार्यालय से हटाया. भीड़ को तीतर-बितर किया. दरअसल, ग्राम रक्षा दल की बहुत पहले से मांग है कि मानदेय और नौकरी को स्थायी किया जाए. इसको लेकर वे लोग पटना में पहले भी प्रदर्शन और हंगामा करते रहे हैं.
विधानसभा सत्र शुरू होगा तो करें जोरदार हंगामा
अभी कुछ दिनों पहले ही ये सभी मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंच गए थे. आवास के बाहर धरने पर बैठ गए थे. हालांकि पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें खदेड़ा था. उस दिन भी इन लोगों ने कहा था कि विधानसभा सत्र शुरू होगा तो हम लोग जोरदार हंगामा करेंगे. अपनी मांग को लेकर रहेंगे. गर्दनीबाग धरना स्थल पर कई सालों से ये सभी लोग अपनी मांगों को लेकर धरना देते रहे हैं. इसी क्रम में एक बार फिर आज सुबह-सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के कार्यालय के बाहर पहुंच गए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2012 में ग्राम रक्षा दल सह पुलिस मित्र का गठन किया था. पूरे बिहार में करीब आठ हजार ग्राम रक्षा दल हैं. इन लोगों का काम गांवों में हो रहे अपराधों के बारे में थानाध्यक्षों को सूचना देना है. ग्राम रक्षा दल के कर्मियों का कहना है कि हम लोगों का जोखिम भरा है. हम लोग सूचना देते हैं और थाना प्रभारी मैनेज कर देते हैं. हम लोग से विवाद हो जाता है. इसके बाद भी हम लोगों की नौकरी स्थायी नहीं की गई है और ना ही मानदेय दिया जाता है. सिर्फ दिखावे के लिए वर्दी दे दी गई है.
बता दें कि जब जीतन राम मांझी की सरकार आई थी तो आश्वासन दिया गया था कि इन लोग का मानदेय होगा. हालांकि मांझी मुख्यमंत्री पद से हट गए और इन लोगों पर आज तक ध्यान नहीं दिया गया. उधर जेडीयू कार्यालय के बाहर मौके पर मौजूद पुलिस ने लोगों को समझाकर भेज दिया. कहा गया कि पार्टी कार्यालय के पास प्रदर्शन ना किया जाए. इसके बाद वे लोग चले गए.
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