Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के दौरान इस बार अगर सबसे ज्यादा किसी सीट की चर्चा है तो वो पूर्णिया सीट है, जहां से पूर्व सांसद पप्पू यादव कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए खड़े हो गए हैं. उनका आरोप है कि नीतीश सरकार लगातार उन्हें परेशान कर रही है. इसी क्रम में गुरुवार (11 अप्रैल) को उनके कार्यालय पर छापा भी पड़ा. इसे पप्पू यादव ने सरकार की साजिश बताया हे.
मीडिया के सामने भावुक हुए पप्पू
पप्पू यादव मीडिया के सामने भावुक हो गए और साफ तौर पर कहा कि साजिश के तहत उन्हें परेशान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उनकी प्रचार गाड़ी को कार्यकर्ता सजा रहे थे, इसी बीच पुलिस उनके कार्यालय में पहुंच गई, जानकारी मिलने के बाद पप्पू यादव कार्यालय पहुंचे और पुलिस पदाधिकारियों से जानने की कोशिश की कि किस बिना पर छापेमारी की जा रही है. उनकी 4-5 गाड़ी है सभी का लाइसेंस मिला हुआ है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 11, 2024
'मैं मरूंगा या पूर्णिया जिंदा रहेगा'
मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव यादव ने कहा कि "मेरी जान को खतरा है, जिस दिन हमने कांग्रेस जॉइन किया था, उसी दिन हमारी सुरक्षा हटा ली गई. बिना किसी ऑर्डर के सभी पार्टी की गाड़ियां चल रही हैं और मेरे कार्यालय आ गए. इससे बड़ा गलत रवैया क्या होगा. दो ही बात होगी या तो मैं मरूंगा या पूर्णिया जिंदा रहेगा. मैं डरने वाला तो मैं हूं नहीं 26 अप्रैल तक मैं चुनाव आयोग की बात मानूंगा. 26 के बाद और 4 जून के बाद या तो पप्पू या तो सरकार".
पप्पू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी लिखा कि "कितना नीचे गिरेगी सरकार. पूर्णिया के बेटे को और कितना परेशान करेगी? जनता जवाब देगी! बीजेपी-जदयू की सरकार का हार का डर अच्छा लगा! मुझे Y श्रेणी की सुरक्षा देने के लिए इनके पास पुलिस बल नहीं है. छापा मारने सैकड़ों पुलिस भेज दिया."
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