Bihar News: रेलवे के नए बदलाव पर पटना में यात्रियों की मिलीजुली राय, जनिए लोगों ने सराहा या नकारा
Indian Railway: यात्रियों का कहना है कि रेलवे का यह निर्णय बिल्कुल अच्छा है. अर्जेंट में जाने वालों को फायदा होगा. हालांकि कुछ लोगों ने ये भी कहा कि पहल रेलवे को सुविधा पर ध्यान देना चाहिए.
New Changes In Indian Railways: भारतीय रेल मंत्रालय ने अपने रिजर्व टिकट बुकिंग के नियम में फेर बदल करते हुए रिजर्वेशन करने का समय 120 दिन के बजाय अब 60 दिन कर दिया है. जो रेल यात्री अपनी यात्रा प्लान करके चार महीने पहले से टिकट बुक करा लेते थे जिसे अब रेलवे के नए आदेश के अनुसार रेल यात्री अब अधिकतम 60 दिन पहले ही रेल टिकट बुक करवा पाएंगे. यह नियम 1 नवंबर से लागू हो जाएगा. 31 अक्टूबर तक पुराने नियम ही रहेंगे. अगर कोई यात्री 31 अक्टूबर को भी चार महीने पहले टिकट बुक करता है तो वह वैध होगा और वह यात्रा के कुछ दिन पहले कैंसिल करता है तो 4 महीने का मान्य होगा.
'रेलवे को पहले सुविधा पर ध्यान देना चाहिए'
रेलवे के इस फैसले से आम यात्रियों को क्या फायदा होगा क्या नुकसान होगा, इस पर पटना जंक्शन पर यात्रा करने वाले यात्रियों में कुछ यात्रियों ने बताया कि रेलवे का यह फैसला सही है तो कुछ लोगों ने रेलवे की कमियों के बारे में गिनाते हुए कहा कि नियम में बदलाव से पहले रेलवे को हर सुविधा पर भी ध्यान देना चाहिए. मधेपुरा के रहने वाले शांतनु कुमार ने बताया कि हम लोग नौकरी के लिए फॉर्म भरते हैं. बराबर परीक्षा देने के लिए आना-जाना पड़ता है. 4 महीने पहले लोग टिकट बुक कर लेते थे, हम लोग को टिकट नहीं मिलता था तो मजबूरन रिजर्वेशन बोगी में किसी तरह हम लोग अनलिगल जाते थे, इस किसी परीक्षा का एडमिट कार्ड 1 महीने या सवा महीने पहले आता है ऐसे में यह नियम छात्रों के लिए अच्छा है.
दरभंगा के सुनील कुमार झा ने बताया कि रेलवे का यह निर्णय बिल्कुल अच्छा है. अर्जेंट जाने वाले अधिकांश लोग होते हैं उन्हें फायदा होगा. 4 महीने पहले टिकट लेकर जो सो जाते हैं और जिन्हें जाना जरूरी होती है उन्हें समय पर टिकट नहीं मिलता है. इसलिए रेलवे का निर्णय बिल्कुल सही है, लेकिन इस नियम के साथ-साथ रेलवे को अन्य सुविधा भी देनी चाहिए बोगी और ट्रेनों की संख्या भी बढ़ानी चाहिए. निश्चित तौर पर कम समय में आरक्षण की सीमा रहेगी तो भीड़ एकाएक बढ़ने लगेगी.
पटना खगौल की रहने वाली रागिनी सिन्हा ने कहा कि यह गलत नियम है. क्योंकि अभी ढाई महीना पहले के लिए कई ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रहे हैं. फिर दो महीने के अंदर कहां से मिलेगा. मारामारी होगी टिकट के लिए. कहीं जाना रहता था तो 4 महीने पहले लोग टिकट कटा लेते थे, लेकिन अब तो परेशानी बढ़ेगी. रेलवे नियम में बदलाव करने से पहले अपनी कमियों के बारे में देख ले. सुरक्षा की व्यवस्था रेल में नगण्य रहती है, लोकल यात्रियों पर लगाम नहीं लगाया जाता है. इसलिए इन बिंदुओं पर भी रेलवे को ध्यान देकर ही कोई नियम में बदलाव करना चाहिए.
पटना की रहने वाली ममता आनंद ने कहा कि यह तो संभव ही नहीं हो पाएगा. 2 महीने में कहां से टिकट मिलेगी, हम 3 महीने पहले टिकट बुक कर लिए थे उस वक्त बहुत कम सीट बचे थे. ढाई महीने 3 महीने में तो सभी टिकट बुक हो जाते हैं, फिर 2 महीने के अंदर कैसे संभव होगा .रेलवे को इसके लिए ट्रेन और बोगी बढ़ानी पड़ेगी नहीं तो आम यात्रियों को बहुत ज्यादा कठिनाई होगी. रेलवे पर्व त्योहार में स्पेशल ट्रेन चलाती है, लेकिन वह ट्रेन इतनी ज्यादा लेट हो जाती है कि लोग चाह कर भी उसे ट्रेन में सफर नहीं कर सकते हैं. इसलिए रेलवे को पहले अपने रेल परिचालन में सुधार लाना चाहिए. सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना देना चाहिए. साफ सफाई पर ध्यान देना चाहिए. इन सब में पहले बदलाव करके ही इस तरह की नियमों को लाए तो ज्यादा बेहतर होगा.
मुजफ्फरपुर की रहने वाली रेणु ठाकुर ने कहा कि मेरे नजर में यह फैसला बिल्कुल सही है, क्योंकि जो लोगों के दिमाग में यह था कि चार महीने पहले टिकट काटता है तो वह 4 महीने पहले ही प्लान कर लेते थे और टिकट कटा लेते थे. अब 2 महीने पहले प्लान करना पड़ेगा. दो महीने का समय दिया गया है तो उसमें लोग उस समय के अंदर ही प्लान करेंगे और दो महीने के अंदर टिकट बुक करेंगे. जिनको अर्जेंट टिकट की जरूरत होगी कम समय में लोग प्लान करते हैं, उनको भी फायदा होगा, क्योंकि जो पहले से प्लानिंग रहती थी उनकी तो टिकट बुक हो जाती थी और एक दो या डेढ़ महीने पहले प्लान करने वाले को टिकट नहीं मिल पाती थी. इसलिए मेरे नजर में या बिल्कुल सही निर्णय है.
'2 महीने के अंदर कहां से टिकट मिल पाएगी'
पटना विजय नगर के रहने वाले प्रदीप कुमार रेलवे के नियम पर काफी गुस्से में दिखे और उन्होंने कहा कि नियम में सिर्फ बदलाव करने से कुछ नहीं होगा रेलवे के में बहुत सारी खामियां हैं, उसको तो दूर नहीं करते हैं. स्टेशन से लेकर ट्रेन में गंदगी का अंबार रहता है उस पर ध्यान नहीं दिया जाता है. सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं होती है. लोग रिजर्वेशन टिकट कटाते हैं, लेकिन लोकल यात्री चढ़ जाते हैं. उनको नहीं रोका जाता है. 3 महीने पहले तो टिकट मिलतr नहीं है. 2 महीने के अंदर कहां से टिकट मिल पाएगी. लोग टिकट कटाने के लिए मारामारी करेंगे. अर्जेंट में जाने वाले को कुछ फायदा होगा लेकिन कम कर दिया गया है तो टाइम की शुरुआत होते ही लोग टिकट कटा लेंगे. फिर इसमें किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला है, यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी.
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