Lok Sabha Elections 2024: आरजेडी के आईटी सेल इंचार्ज नितेश कार्तिकेय ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर राजभवन पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने (29 मई) बुधवार को पोस्ट कर राजभवन में EVM हैकर्स को ठहराने की बात कही थी. इससे राज्यपाल नाराज हैं और उनके प्रधान सचिव ने ईओयू को पत्र लिखकर कहा कि इस पोस्ट में लिखी गई बातें असत्य, तथ्यहीन और भ्रामक हैं. बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने ईओयू के एडीजी को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है. ईओयू ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है. 


राज्यपाल के प्रधान सचिव से प्राप्त आवेदन पर आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 12/24, धारा 171g, 290, 153 a, धारा 125 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 तथा धारा 66 IT ACT के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है. साथ ही नितेश कार्तिकेय को प्राथमिक अभियुक्त बनाया गया है. जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया है.






आरजेडी का राजभवन पर बड़ा आरोप 


दरअसल आरजेडी के आईटी सेल इंचार्ज नितेश कार्तिकेय का आरोप है कि भारत के गृह मंत्री के इशारों पर बिहार के राज्य भवन पटना में दो ईवीएम हैकर को रूकवाया गया है. चर्चा है कि दो संदिग्ध व्यक्ति जिसका नाम पी कश्यप और डॉ. एमके वाई है. ये दोनों व्यक्ति राज्य भवन में ठहरा हुआ है. बिहार के मुख्य मंत्री ही यहां के गृह मंत्री हैं,अब ऐसे में नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए कि राज्य भवन में ये दोनों संदिग्ध व्यक्ति किस हैसियत से ठहरे हुए हैं. 


नितेश कार्तिकेय ने पूछे ये सवाल


नितेश कार्तिकेय ने पूछा है कि क्या ये कोई आईएएस हैं या कोई विभाग के अधिकारी हैं. इसका जवाब मुख्यमंत्री देंगे या चुनाव आयोग देगा? सूचना ये भी है कि ये दोनों व्यक्ति ईवीएम मशीनों की हैकिंग के विशेषज्ञ है. एक जून को पटना के नजदीक तीन लोक सभा पाटलिपुत्र, पटना साहिब और नालंदा लोक सभा में वोटिंग होनी है, ऐसे में कैसे कोई संदिग्ध व्यक्ति राज्य भवन में ठहर सकता है ?