दरभंगा: कोरोना काल में सरकार की लाख सख्ती के बावजूद खून की कालाबाजारी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच का है, जहां खून के सौदागर ने तेरह हजार रुपये में एक यूनिट ब्लड देने का सौदा किया था. जबतक खून का सौदागर अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता, तबतक वहां पर मौजूद लोगों को शक हो गया और लोगों ने आरोपी की जमकर धुनाई कर दी. पिटाई के बाद शख्स ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. 


13 हजार रुपये में सौदा हुआ तय


खून की कालाबाजारी कर रहे युवक की पहचान शिवकुमार कामत के रूप में की गई है, जो एक स्वास्थ संस्था के लिए काम करता है. उसके गले में संस्था से जुड़ा पहचान पत्र भी था. मिली जानकारी अनुसार डीएमसीएच में भर्ती एक मरीज को तत्काल बी-नेगेटिव खून के एक यूनिट जरूरत थी. ऐसे में परिजनों ने किसी की मदद से शिवकुमार से संपर्क किया और उसने तेरह हजार रुपये में एक यूनिट खून देने की बात कही. सौदा तय होते ही शिवकुमार डीएमसीएच अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचा. 


थप्पड़ लगने के बाद कबूल किया जुर्म


इससे पहले की वह ब्लड पैसे लेकर जरूरतमंद परिवार को देता, तभी एक समाजसेवी संस्था ब्लड बैंक में रक्तदान करने पहुंच गई. उनकी नजर शिवकुमार पड़ी, शक होने पर उससे लोगों ने पूछताछ की तो सारी बात सामने आ गई. शिव कुमार ने पहले तो लोगों को गुमराह करने की पूरी कोशिश की. लेकिन जब पिटाई होने लगी तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया.


आरोपी को किया गया पुलिस के हवाले


इस संबंध में प्रत्यक्षदर्शी अभिजीत कुमार ने बताया कि वे जब डीएमसीएच अस्पताल में अपना रक्तदान करने पहुंचे, तभी एक व्यक्ति बी नेगेटिव रक्त के लिए परेशान दिखा. परेशान व्यक्ति के पास आरोपी बार-बार जाकर बात कर रहा था और कह रहा था कि आप निश्चिंत रहें, आपका काम हो जाएगा. इस बात पर उन्हें को शक हुआ. शक के आधार पर पूछताछ और मारपीट करने पर सारा मामला सामने आ गया. सिटी एसपी अशोक कुमार प्रसाद ने कहा कि वायरल वीडियो को देखा गया है. संबंधित थाने से जानकारी ली गई है, लेकिन लिखित में किसी ओर से शिकायत नहीं की गई है.


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