Patna Zoo: पटना के चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन से होगा सफर, दानापुर रेल मंडल से MOU हुआ साइन, जानें कब होगी शुरुआत
Toy Train In Patna zoo: यह ट्रेन इको फ्रेंडली होगी और बैटरी पर चलेगी, जिससे प्रदूषण की परेशानी नहीं होगी. इस ट्रेन में इंजन के साथ चार बोगी रहेगी. काम में गति देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
Toy Train In Patna zoo: पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाखाना) में 10 साल बाद अब फिर से टॉय ट्रेन दौड़ेगी. पटना जू में आने वाले बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये बड़ी सुविधा होगी और वो ट्रेन से चिड़ियाखाने का पूरा नजारा देख पाएंगे. आज शनिवार को चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन चलाने को लेकर दानापुर रेल मंडल से समझौता पत्र (MOU) पर साइन किया गया.
कैबिनेट से 9 करोड़ 88 लाख रुपये की स्वीकृति
इस मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार सहित दानापुर रेल मंडल और वन विभाग के कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे. चिड़ियाघर में पहले टॉय ट्रेन चलाने के लिए 6 अगस्त 2024 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट से 9 करोड़ 88 लाख रुपये की स्वीकृति दी थी. अब आज से उस काम में गति देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. टॉय ट्रेन चलाने के लिए नई रेल लाइन बिछाई जाएंगी, जिसकी लंबाई 3.7 किलोमीटर होगी.
यह ट्रेन इको फ्रेंडली होगी और बैटरी पर चलेगी, जिससे प्रदूषण की परेशानी नहीं होगी. इस ट्रेन में इंजन के साथ चार बोगी रहेगी. प्रत्येक बोगी में 20 लोगों के बैठने की क्षमता रहेगी और कुल 80 लोग एक बार में पूरे चिड़ियाखाने का सफर कर सकते हैं. वन एवं पर्यावरण सचिव वंदना प्रियसी ने बताया कि अभी चार बोगी रहेगी, लेकिन आगे दर्शकों की भीड़ को देखते हुए डब्बे की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है.
यह ट्रेन एक निश्चित स्थान से चिड़िया घर में जो स्टेशन बनाया जाएगा, वहां से खुलकर गैंडा हॉल, शेर, बाघ, मछली घर, सांप घर जैसे सभी वन प्राणियों के घर से होते हुए गुजरेगी. ट्रेनों के रास्ते में गुफा और खूबसूरत वन एवं पेड़ पौधे भी दिखेंगे जो काफी आकर्षक होंगे. ट्रेन से ये पूरा सफर 40 मिनट का होगा. यानी 40 मिनट में लोग पूरा जू घूम लेंगे.
मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि आज एमओयू साइन हो गया है. इसके बाद दानापुर रेल मंडल इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू करेगी. उन्होंने बताया कि रेलवे की ओर से बताया गया है कि फरवरी महीने से काम की शुरुआत होगी और 9 महीने में रेल लाइन बिछा कर ट्रेन परिचालन का काम पूरा कर लिया जाएगा और और दिसंबर 2025 तक चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन परिचालन की शुरुआत हो जाने की संभावना है. कहा जाए तो नए साल 2025 में लोगों को टॉय ट्रेन की सुविधा चिड़िया घर में मिल जाएगी.
10 वर्ष पहले चिड़ियाघर में चलती थी ट्रेन
बताते चलें कि 10 वर्ष पहले पटना के चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन चलाई जाती थी. साल 2014 में कुछ दिनों तक टॉय ट्रेन चलाई गई. फिर ट्रेन का इंजन खराब हो जाने के बाद से यह बंद पड़ी है. 2015 की शुरुआत से ही टॉय ट्रेन का प्रचलन पूरी तरह बंद हो गया था, क्योंकि इंजन से लेकर बोगी सब खराब हो चुकी थी. रेल ट्रैक और इसमें लकड़ियां खराब हो चुकीं थी. पटना चिड़ियाघर में 1977 में टॉय ट्रेन की शुरुआत की गई थी. वहीं साल 2004 में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने वाष्प इंजन वाली नई ट्रेन यहां दिलवाई थी, लेकिन 2015 में ट्रेन परिचालन ठप हो गया.