नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दुनिया में उसी देश ने सबसे तेज तरक्की की है, जिसने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर गंभीरता से निवेश किया है. लेकिन भारत में दशकों तक ऐसा रहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के बड़े और व्यापक बदलाव लाने वाले प्रोजेक्ट्स पर उतना ध्यान नहीं दिया गया. आने वाले 4-5 सालों में इस पर 110 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से भी 19 लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट केवल हाईवे से जुड़े हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार में कनेक्टिविटी बढ़ाने वालीं नौ हाईवे परियोजनाओं का शिलान्यास और 'घर तक फाइबर' नेटवर्क योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज बिहार की विकास यात्रा का एक और अहम दिन है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''देश के गांवों में इंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या शहरों से ज्यादा हो जाएगी, ये कुछ वर्षों तक सोचना मुश्किल था. किसान, गांव के युवा, महिलाएं आसानी से इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगे, इस पर भी लोग सवाल उठाते थे, लेकिन अब सारी स्थितियां बदल गई है.''
उन्होंने कहा कि इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ने के साथ-साथ अब ये भी जरूरी है कि देश के गांवों में अच्छी क्वालिटी, तेज रफ्तार वाला इंटरनेट भी हो. सरकार के प्रयासों की वजह से देश की करीब डेढ़ लाख पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहले ही पहुंच चुका है. यही नहीं बीते 6 साल में देश भर में 3 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर भी ऑनलाइन जोड़े गए हैं. अब यही कनेक्टिविटी देश के हर गांव तक पहुंचाने के लक्ष्य के साथ देश आगे बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टेलीमेडिसिन के माध्यम से अब दूर-सुदूर के गांवों में भी सस्ता और प्रभावी इलाज गरीब को घर बैठे ही दिलाना संभव हो पाएगा. हमारे किसानों को तो इससे बहुत अधिक लाभ होगा. अच्छी फसल, मौसम का हाल जैसी कई जानकारियां उन्हें आसानी से मिलेंगी.
यह भी पढ़ें -