पटनाः बिहार में हुई संदिग्ध मौतों को लेकर गुरुवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने कहा कि बिहार की नीतीश-भाजपा सरकार ने महंगाई-बेरोजगारी से जनता का दिवाला निकालने एवं निवाला छीनने के साथ ही गत सप्ताह जहरीली शराब पिलाने से 50 से अधिक लोगों की जान ली है. मुख्यमंत्री दो शब्द संवेदना के भी प्रकट नहीं करेंगे क्योंकि इससे उनके द्वारा संरक्षित शराब माफिया नाराज हो जाएगा. लालू यादव के साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी नीतीश कुमार पर हमला बोला है.
तेजस्वी यादव ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें मृतकों के परिजनों की चीख पुकार है. उसके साथ ही तेजस्वी यादव ने लिखा है, “इन चीखों का गड़बड़ डीएनए वाली एनडीए सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फर्क नहीं पड़ता. जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए. हां! किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है.”
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नीतीश कुमार जिम्मेदार नहीं?: तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि मुजफ्फरपुर में पांच दिन पूर्व जहरीली शराब से 10 लोगों की मौत हुई. बुधवार और गुरुवार को गोपालगंज में 20 लोग मरे. इसके अलावा बेतिया में आज 13 लोग की मौत हुई. उन्होंने कहा कि अधिसंख्य शवों को पुलिस बिना पोस्टमार्टम के जला रही है. इन मौतों के जिम्मेदार क्या शराबबंदी का बेसुरा ढोल पीटने वाले मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री नीतीश कुमार नहीं हैं?
उन्होंने कहा कि बिहार में हुए दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शह पर उनके मंत्रियों और पुलिस प्रशासन ने स्वयं मतदाताओं के बीच शराब वितरण किया. किस बात की शराबबंदी? इन मौतों का जिम्मेदार कौन है? बिहार में 20 हजार करोड़ की अवैध शराब तस्करी और समांतर ब्लैक इकॉनमी के सरगना सामने आकर इसका जवाब दें.
चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार को घेरा
चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा, “बेतिया में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटना अत्यंत निंदनीय है. मैं ईश्वर से सभी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. दिवाली के दिन जिनके घरों में मातम छाया है उसका जिम्मेदार कौन है मुख्यमंत्री जी? आखिर और कितनी मौतों का इंतेजार करेंगे आप? बिहार में शराबबंदी पूरी तरह विफल है. यह घटना मुख्यमंत्री जी के शराबबंदी के दावों की पोल खोलती है.”
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