पटना: बिहार पुलिस (Bihar  Police) में महिलाएं सिर्फ बंदूक ही नहीं अब गाड़ी की स्टीयरिंग भी घुमाएंगी. अब अपराधियों को पकड़ने के लिए सिर्फ पुरुष ड्राइवर ही नहीं महिला ड्राइवर भी पुलिस वाहन चलाएंगी. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि 847 ड्राइवर कांस्टेबल रिक्रूटमेंट और इनका ट्रेनिंग नहीं हो पाया था. अब इनका ट्रेनिंग 27 नवंबर 2023 से प्रारंभ हो रहा है, लेकिन सबसे बड़ी बात है कि 847 ड्राइवर कांस्टेबल में 10 महिला पुलिस ड्राइवर भी शामिल हैं. पुलिस के बड़े वाहनों और छोटे वाहनों की ड्राइविंग के लिए महिलाओं ने भी अपना योगदान दिया है. अब सभी लोग नाथ नगर में ट्रेनिंग करेंगे. बुनियादी प्रशिक्षण के तहत इनकी ट्रेनिंग की अवधि 6 महीने होगी.


अब बिना ट्रेनिंग के डीएसपी नहीं बनेंगे एसपी 


डायरेक्ट डीएसपी में बहाल होने के बाद प्रमोशन के आधार पर डायरेक्ट आईपीएस बनाकर एसपी बनाए जाने की प्रक्रिया को बिहार सरकार के गृह विभाग ने खत्म कर दिया है. इसकी जानकारी देते हुए एडीजी ने बताया कि पहले डायरेक्ट डीएसपी की जो बहाली होती थी, उनको प्रमोशन के आधार पर आईपीएस बनाकर एसपी बनाया जाता था, लेकिन अब इसमें बदलाव पिछले साल से ही की गई  है. अब जो डायरेक्ट डीएसपी बनेंगे उन्हें 7 साल से 10 साल के बीच एक ट्रेनिंग कराई जाएगी और 14 साल से 18 साल के बीच दूसरी ट्रेनिंग कराई जाएगी. ट्रेनिंग की अवधि 8 सप्ताह रखी गई है . वैसे डीएसपी की ट्रेनिंग भी 27 नवंबर से शुरू होने जा रही है.



 3 दिसंबर को मिलेंगे बिहार को 8 नए एसपी 


बिहार पुलिस में जल्द आठ नए आईपीएस आने वाले हैं. जेएस गंगवार ने जानकारी देते हुए बताया कि बिहार कैडर के 8 नए आईपीएस पदाधिकारी ने सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी, हैदराबाद में अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है, जिन्हें 3 दिसंबर को बिहार के विभिन्न जिलों में ट्रेनिंग के लिए योगदान देंगे और 30 सप्ताह तक जिलों में ट्रेनिंग करने के बाद फिर यह अपने एकेडमी जाएंगे और वहां से फिर इनका प्रशिक्षण शुरू होगा. उसके बाद इन लोगों को पास करके बिहार के जिला मुख्यालय में नियुक्त किया जाएगा. इन आठ नए आईपीएस में चार 2021 बैच के हैं जबकि चार 2022 बैच के हैं. 


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