सुपौल: कोरोन काल में गरीब तबके के लोगों के खाने की समस्या ना हो इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीवाली तक सभी राशन कार्डधारियों को मुफ्त राशन देने की घोषणा की है. लेकिन कुछ पीडीएस डीलर गरीबों का हक मारने में जुटे हुए हैं. सरकार की ओर से मिल रहे मुफ्त राशन को वे कार्डधारियों को देने के बजाय बाजार में बेच रहे हैं. ताजा मामला बिहार के सुपौल जिले का है, जहां गुरुवार के अहले सुबह पुलिस ने सरकारी राशन की कालाबाजारी कर रहे डीलर समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, मौके पर से चावल लदे पिकअप को भी जब्त किया गया है. 


ग्रामीणों ने पुलिस को दी सूचना


दरअसल, जिले के सदर थाना क्षेत्र के वार्ड-5 के डीलर मोहम्मद गुलजार ने वार्ड के कई लोगों को बीते कुछ महीनों से राशन नहीं दिया था. आरोप है कि मुफ्त अनाज की खेप मिलते ही वो कालाबजारी में जुट जाता है. इसी बात से नाराज ग्रामीणों गुरुवार के अहले सुबह डीलर को अन्य खरीदार को चावल बेचते रंगे हाथ पकड़ लिया. डीलर के काले कारनामे की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी.


सूचना पाकर सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और चावल लदी गाड़ी को जब्त करते हुए डीलर और खरीदार को गिरफ्तार कर थाना ले आई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि डीलर मो.गुलजार ने छह महीनों से गांव के कई परिवारों को राशन नहीं दिया था. वहीं, जिन्हें राशन दिया, उन्हें भी हर युनिट पर कम अनाज दिया.


अनुमंडल पदाधिकारी ने कही ये बात


इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि ग्रामीणों ने सुबह 4 बजे सूचना दी कि डीलर द्वारा चावल की कालाबाजारी की जा रही है. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और डीलर और खरीदार को दबोच लिया. दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है. दो दिनों पहले भी डीलर के खिलाफ आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें ग्रामीणों ने डीलर पर कालाबाजारी का आरोप लगाया था. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद  डीलर की अनुज्ञप्ति रद्द की जाएगी.


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