अरवल: फर्जी कागजात के जरिए तकरीबन  2.5 करोड़ का लोन देकर बैंक को चूना लगाने वाले पूर्व बैंक मैनेजर को अरवल पुलिस ने बुधवार को धर दबोचा. गिरफ्तारी पटना के चित्रगुप्त नगर न्यू कॉलोनी से हुई है. गिरफ्तार मैनेजर चार सालों से पुलिस की नजरों से बचकर भागा फिर रहा था. 


ऐसे हुआ था 2.5 करोड़ का फर्जीवाड़ा


दरअसल, बिहार ग्रामीण बैंक के बैदराबाद शाखा में साल 2017 में 2.5 करोड़ से अधिक की राशि का केसीसी और अन्य ऋण 121 खातों में निर्गत की गई थी. लोन के लिए कागजात के रूप में फर्जी एलपीसी और राजस्व रसीद प्रस्तुत की गई थी. बैंक मैनेजर प्रकाश द्विवेदी के ट्रांसफर के बाद जब संतोष कुमार ने बैंक का कार्यभार संभाला तो उन्हें लोन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा नजर आया. 


इस बाबत अरवल थाने में बैंक मैनेजर संतोष कुमार ने अपने पूर्व बैंक मैनेजर प्रकाश द्विवेदी विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उसी समय से प्रकाश द्विवेदी फरार चल रहा था. 


अरवल एसपी ने कही ये बात


इस संबंध में अरवल एसपी राजीव रंजन ने बताया कि आरोपी बैंक मैनेजर के पटना में रहने की सूचना की मिली थी. सूचना के आलोक में पुलिस अवर निरीक्षक अमित कुमार के साथ पुलिस की टीम को पटना भेजा गया. सटीक जानकारी होने के कारण आरोपी मैनेजर को पुलिस ने धर दबोचा. बकौल एसपी गिरफ्तार मैनेजर ने इस जालसाजी में तत्कालीन फील्ड मैनेजर की भी संलिप्तता होने की बात कबूल की है. एसपी ने मैनेजर को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की भी बात कही है.


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