Bihar Police Constable Exam 2024: सिपाही भर्ती परीक्षा में कोई धांधली न हो इसको लेकर बड़े स्तर पर तैयारी की गई है लेकिन जालसाज और सॉल्वर गैंग कांड करने में लगे हैं. बुधवार (07 अगस्त) को सिपाही भर्ती परीक्षा के पहले दिन छपरा में तीन गिरफ्तारी की गई. इनके पास से पुलिस को 22 ब्लैंक चेक समेत कई चीजें मिलीं. सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष के निर्देश पर हुई छापेमारी में यह कार्रवाई की गई है. गिरफ्तार तीन लोगों में से दो कोचिंग चलाते हैं.


जिन तीन लोगों को पुलिस ने गिरप्तार किया है उसमें एकमा थाना क्षेत्र के गंजपर गांव का रहने वाला पंकज सिंह (उम्र- 32 वर्ष), कोपा थाना क्षेत्र के धेनुकी का रहने वाला अमपु कुमार यादव (उम्र- 29  वर्ष) और सीवान जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के लेरुआ का रहने वाला विवेक कुमार है. इनके पास से ब्लूटूथ डिवाइस-01, हस्ताक्षर किया हुआ 22 ब्लैंक चेक, तीन मोबाइल, एक ईयर पीस, दो बैंक पासबुक, एक लैपटॉप और 22 अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट्स मिले हैं. इस मामले में छपरा के भगवान बाजार थाने में कांड संख्या - 405/2024 दर्ज किया गया है. 


देर रात पुलिस को मिली थी सूचना


सारण पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया है कि मंगलवार की रात 12:30 बजे सूचना मिली कि छपरा में कुछ कोचिंग संचालक और कुछ सेंटर के बीच तालमेल बनाकर सॉल्वर गैंग के माध्यम से सिपाही भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ और ईयर पीस के माध्यम से पेपर को सॉल्व करवाया जाएगा. इस सूचना के बाद सॉल्वर गैंग के सदस्यों और कोचिंग संचालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी दल का गठन किया गया. 


टीम बनाने के बाद मुख्य सरगना कृष्णकांत सिंह जो भगवान बाजार थाना क्षेत्र के छत्रधारी बाजार रामजानकी मंदिर के बगल में रहता है उसके यहां छापेमारी की गई. इसके बाद कृष्णकांत सिंह के घर के बगल में रचित कोचिंग के संचालक पंकज सिंह से पूछताछ की गई. इसके मोबाइल की जांच की तो कृष्णकांत सिंह का नंबर सेव मिला. इसके बाद घर के दाहिने में एक कोचिंग के संचालक विवेक कुमार से भी पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि उसके पास कोई अभ्यर्थी आता है तो वह कृष्णकांत सिंह से उसकी सेटिंग करवा देता है. 


व्हाट्सएप पर परीक्षा में सेटिंग से संबंधित चैट मिले


पुलिस ने बताया कि जांच के क्रम में विवेक के मोबाइल में भी कृष्णकांत सिंह का नंबर सेव मिला. व्हाट्सएप पर परीक्षा में सेटिंग से संबंधित चैट मिले. इसके बाद अमपु कुमार का नाम आया. ये कैंडिडेट लाकर देता था. अमपु के मोबाइल को ट्रेस किया गया तो उसका लोकेशन देवरिया टोला धेनुकी सारण मिला. इसके बाद छापेमारी कर मोबाइल बरामद किया गया. इससे पता चला कि अमपु कुमार और उदय ओझा के बीच व्हाट्सएप पर चैट किया गया है. इसमें सेटिंग से संबंधित बातें और डॉक्यूमेंट के आदान-प्रदान का साक्ष्य है. 


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