बिहार पुलिस ने 24 घंटे के अंदर फर्जी लूट का किया खुलासा, कर्ज चुकाने के लिए शख्स ने की थी प्लानिंग
सीएसपी संचालक ने बताया कि बेरोजगार होने की वजह से उसने अल्पसंख्यक विभाग से लाखों रुपये का लोन लिया था. लोन के पैसों से उसने बिजनेस की शुरुआत की थी. लेकिन बिजनेस में नुकसान होने लगा था.
कैमूर: बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के पानापुर में गुरुवार को सीएसपी संचालक से हथियार के बल पर लूटपाट का मामला सामने आया था. हालांकि, मामले को संदिग्ध बताते हुए पुलिस ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही थी. लूट के इस मामले का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बताया कि लूट की घटना झूठी है. सीएसपी संचालक ने लोन की राशि चुकाने के लिए खुद ही लूट की साजिश रची थी.
घंटों परेशान रही थी पुलिस
दरअसल, पुलिसिया पूछताछ के दौरान लगातार बयान बदलने के बाद पुलिस को सीएसपी संचालक पर शक हुआ था. ऐसे में उन्होंने कड़ाई से उससे पूछताछ की, जिसके बाद उसने फर्जी लूट की बात कबूल कर ली. मालूम हो कि जिले के मोहनिया थाने में सीएसपी संचालक ने लूट की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. घंटों पुलिस मामले की जांच को लेकर परेशान रही. इस संबंध में जब सीएसपी संचालक निसार अहमद से पूछताछ की गई, तो उसने पुलिस को अलग-अलग बातें बतायीं.
हालांकि, सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि बेरोजगार होने की वजह से उसने अल्पसंख्यक विभाग से लाखों रुपये का लोन लिया था. लोन के पैसों से उसने बिजनेस की शुरुआत की थी. लेकिन बिजनेस में नुकसान होने लगा. ऐसे में कर्ज चुकाने के लिए उसने झूठे लूट का ढोंग रचा और थाने में प्राथमिकी भी दे डाली.
मोहनिया डीएसपी ने कही ये बात
मोहनिया डीएसपी रघुनाथ सिंह ने बताया कि मामला पहले से ही संदिग्ध था. आज आरोपी ने खुद भी अपना झूठ कबूल लिया. बिजनेस शुरू करने के लिए उसने अल्पसंख्यक विभाग से लाखों रुपए का लोन लिया था. पैसे वापस करने के लिए विभाग लगातार दबाव बना रहा था. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे, इसलिए उसने झूठी लूट की घटना की योजना बनाई. अब आरोपी पर पुलिस को ह्रास करने की जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी, उसके तहत कार्रवाई की जाएगी.
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