कैमूर: बिहार के कैमूर के मोहनिया में अतिक्रमण हटाने के नाम पर पुलिस की गुंडागर्दी और बर्बरता देखने को मिली. मिली जानकारी अनुसार गुरुवार को मोहनिया एसडीएम अमरीसा बैंस, मोहनिया डीएसपी रघुनाथ सिंह, मोहनिया थाना प्रभारी सहित दर्जनों पुलिस और नगर पंचायत की टीम मोहनिया के स्टूवरगंज में अतिक्रमण हटाने पहुंची, जहां छठ पूजा को लेकर फल और सब्जी की दुकानें सजी हुई थी.


पूजा के सामान की खरीदारी करने के लिए हजारों की संख्या में लोग बाजार पहुंचे थे. लेकिन दोपहर अचानक बिना सूचना दिए पदाधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची और अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकानदारों पर डंडे बरसाने शुरू कर दिया. यहां तक की सामान बेच रही महिलाओं के साथ भी पुरुष पुलिसकर्मियों बल प्रयोग किया और उन्हें खींच कर हटाने लगे.


इधर, घटना की सूचना पाकर जब कुछ मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे तो पुलिस जवानों ने उनकी भी पिटाई कर दी और फ़ोन छीन लिया. हालांकि बाद में डीएसपी के गार्डों के बीच बचाव करने पर उन्होंने हाथापाई बन्द की. इस घटना के दौरान बाजार में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.


घटना के संबंध में दुकानदारों ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा उन लोगों को बाजार नहीं लगाने के लिए पहले से कोई सूचना नहीं दी गई. वहीं, उन्होंने सड़क पर दुकान भी नहीं लगाई थी. बड़ी संख्या में खरीददार बाजार आए हुए थे. इसी दौरान बिना सूचना दिए प्रशासन के लोग आए और दुकानदारों पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए, जिससे काफी देर तक बाजार में भगदड़ मची रही. हम लोगों का फल भी पुलिस वाले लूट कर चले गए.


वहीं, जब कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद से इस घटना के संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. मामले की जांच कर कार्रवाई की होगी.