Munger SI Death: बिहार के मुंगेर में हीट वेव की चपेट में आने से दारोगा ददन प्रसाद सिंह की हुई मौत हो गई. वो तीन महीने पहले ही शेखपुरा से मुंगेर आए थे. दरअसल गुरुवार (30 मई) की दोपहर ड्यूटी के दौरान दारोगा ददन प्रसाद सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद उन्होंने ड्राइवर से पुलिस लाइन स्थित अपने बैरक में पहुंचाने के लिए कहा. पुलिस लाइन पहुंच उन्होंने पानी पिया और लघुशंका के लिए गए. वहां से लौटते समय अचानक वो चक्कर खाकर गिरे और बेहोश हो गए.
बेहोश होने के बाद दारोगा को पुलिस लाइन के जवानों की मदद से इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से पुलिस जवानों ने उनके पुत्र को फोन किया कि उनके पिता की तबीयत खराब है, वे लोग जल्दी मुंगेर पहुंचे. इस क्रम में सदर अस्पताल में स्थित नाजुक होने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई. शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को पुलिस लाइन लाया गया, जहां मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया.
दो माह से वेतन नहीं मिला था वेतन
इसके बाद परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया. मृतक दारोगा ददन प्रसाद सिंह की पत्नी कल्याणी देवी का रो रोकर बुरा हाल था. उनका दो माह से वेतन बंद था. वहीं पुत्र अंकुर प्रकाश ने बताया कि उनके पिता का स्थानांतरण चुनाव से पूर्व मुंगेर में हुआ था. वे शेखपुरा से मुंगेर आए थे. दारोगा ददन प्रसाद ने अपने पीछे अपनी पत्नी कल्याणी देवी और तीन पुत्र अतुल आनंद, अंकुर प्रकाश और अंकित को छोड़ गए हैं.
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि दारोगा ददन प्रसाद सिंह यातायात थाना में पदस्थापित थे. गुरुवार को ड्यूटी के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हुई. उनके इलाज के लिए पूरा प्रयास किया गया, लेकिन इलाज के क्रम में उनकी मृत्यु हो गई. अभी यह क्लियर नहीं है कि किस कारण से उनकी मृत्यु हुई है. पहले से उनकी तबीयत खराब थी. हो सकता है इसके कारण मृत्यु हुई हो.
पटना में होगा अंतिम संस्कार
एसपी ने बताया कि शोक सलामी के बाद उनके परिजनों को पार्थिव शरीर सौंप दिया गया और पटना के लिए रवाना कर दिया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. एसपी ने ये भी कहा कि पुलिस फोर्स अनुशासित होती है, यहां नियम के अनुसार काम होता है. स्वजनों के आरोप की जांच कराई जाएगी. वैसे दारोगा ददन प्रसाद सिंह आरा जिला के निवासी थे, लेकिन पटना में अपना मकान बनाकर अपनी पत्नी और तीन बेटों के साथ रह रहे थे.