पटना: राज्य में बढ़ती बेरोजगारी और बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था के मुद्दे पर विधानसभा का घेराव करने पहुंचे वाम दलों के कार्यकर्ताओं पर सोमवार को पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं. दरसअल, वामपंथी दलों छात्र कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिए सड़क पर बवाल काटते हुए बिहार विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे. लेकिन जेपी गोलंबर के पास पहुंचते ही पुलिस प्रशासन ने उन्हें बैरिकेडिंग कर रोक दिया.


पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पहले वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले का प्रयोग किया. बैरिकेडिंग और अन्य तरीकों का इस्तेमाल करने के बाद भी जब कार्यकर्त्ता नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज की वजह से कई कार्यकर्ताओं का सिर फट गया.


दरअसल, वामपंथी दलों के विधानसभा मार्च को लेकर पटना पुलिस पहले से ही सतर्क थे. ऐसे में जैसे ही प्रदर्शनकारी जेपी गोलंबर के पास तो प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बहस हो गयी. देखते ही देखते मामले ने तुल पकड़ लिया और छात्रों ने पुलिस पर रोड़ेबाजी करनी शुरू कर दी.


ऐसे में जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकरियों पर लाठीचार्ज कर दिया. इसके साथ ही वाटर कैनन का प्रयोग करते हुए, आंसू गैस के गोले बरसाए. पुलिस और प्रदर्शनकरियों की इस झड़प में AISA के कई कार्यकर्ता घायल हो गए. इधर, छात्रों की तरफ से की गई रोड़ेबाजी में मौके पर मौजूद एएसपी लॉ एंड आर्डर स्वर्ण प्रभात और 55 वर्षीय एक सब इंस्पेक्टर का सिर भी फट गया है. घायलों को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है.


घटना के संबंध में पटना सिटी मजिस्ट्रेट एमएच खान ने कहा कि छात्रों द्वारा पुलिस पर पथराव किए जाने के बाद पुलिस ने हल्का वाटर कैन का प्रयोग किया है. फिलहाल पुलिस लाठीचार्ज से इनका कर रही है.


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