पटना: एक्टर सुशांत आत्महत्या मामले की जांच करने मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम गुरुवार को पटना वापस आ गई, लेकिन आईपीएस विनय तिवारी अभी भी मुम्बई में होम क्वारंटीन हैं. ऐसे में आज बिहार पुलिस ने फिर एक बार BMC को आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटीन से मुक्त किए जाने के संबंध में पत्र भेजा है. मालूम हो कि इससे पहले भी पत्र भेजा गया था, जिसे BMC ने खारिज कर दिया था.
आज भेजे गए पत्र में कहा गया है कि आईपीएस विनय तिवारी एक्टर सुशांत सिंह आत्महत्या मामले की जांच में सहयोग के लिए 2 अगस्त को मुंबई गए थे. लेकिन उसी दिन देर रात में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के पदाधिकारियों ने उन्हें उनके आवासन स्थल पर जाकर 15 अगस्त तक होम क्वारंटीन कर दिया और इस आशय की मुहर उनके बाएं हाथ पर लगा दी.
इस संबंध में पटना ने पुलिस महानिरीक्षक द्वारा 3 अगस्त को आईपीएस विनय तिवारी के सुशांत आत्महत्या मामले के जांच के क्रम में मुंबई जाने और क्वारंटीन के कारण काम निपटाने में बाधा पहुंचने की वजह से होम क्वारंटीन से मुक्त करने का अनुरोध किया गया. लेकिन अपर आयुक्त, BMC, वेलरासु ने पुलिस महानिरीक्षक, पटना के अनुरोध को अस्वीकृत कर दिया.
5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुशांत सिंह केस की सुनवाई के दौरान, बिहार सरकार के वकील के द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार, कोर्ट ने विनय तिवारी को ड्यूटी के दौरान मुंबई में होम क्वारंटिन किए जाने को "आपत्तिजनक" और "इससे गलत संदेश जाने" जैसे मौखिक ऑब्जरवेशन किए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट के इन मौखिक ऑब्जरवेशन को समाचार पत्रों में भी प्रमुखता से स्थान दिया गया है.
वहीं, अब इस मामले की जांच को सीबीआई को ट्रांस्फर कर दिया गया है, ऐसे में आईपीएस विनय तिवारी को मुंबई में रहने की जरूरत नहीं है. इसलिए उन्हें होम क्वारंटीन से मुक्त किया जाए. ताकि वो पटना वापस आकर अपने कर्तव्यों का निष्पादन कर सकें. मालूम कि विनय तिवारी के मुंबई आवासन की अवधि भी 7 दिन से कम रही है.