मुजफ्फरपुर: बिहार पुलिस अपने अजीबोगरीब कारनामों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहती है. ताजा मामला प्रदेश के मुजफ्फरपुर जिले का है, जहां शनिवार को पुलिस शराबबंदी कानून तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किए गए मुखिया को मेडिकल के लिए सदर अस्पताल लक्सरी कार से लेकर पहुंची. पुलिस वाहन का इस्तेमाल ना करके प्राइवेट कार से मुखिया को सदर अस्पताल लेकर पहुंचने की वजह से अब पुलिस की किरकिरी हो रही है. लोग पुलिस पर आरोपितों के साथ उसका पद देखकर दोहरा व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं.


शराब के नशे में किया है गिरफ्तार


बता दें कि पुलिस ने शुक्रवार को मुखिया चुम्मन पांडेय उर्फ मुक्तेश्वर पांडेय को शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया है. दरअसल, चुनावी शोरगुल के बीच मुखिया मोतीपुर में हो रहे नॉमिनेशन में किसी काम से पहुंचे थे, जहां उनके शराब पीने की बात सामने आई. ऐसे में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद पेशी के लिए पुलिस उन्हें पूरी सुविधा देते हुए सफारी गाड़ी से लेकर पहुंची. वहीं, जब इस संबंध में पुलिस से सवाल किया गया तो वे पत्रकारों से उलझ गए और वीडियो बनाने से मना करने लगे. 


पुलिस जवानों पर किया था हमला


मालूम हो कि पूर्व में भी गिरफ्तार आरोपी द्वारा पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया था. मुखिया की ओर से पुलिस जवानों ताबड़तोड़ फायरिंग भी कि गई थी, जिससे उनकी के दबंगई अंदाजा लगाया जा सकता है. इस संबंध में जब डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मोतीपुर प्रखंड में नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी. उसी दौरान चुम्मन पांडेय उर्फ मुक्तेश्वर पांडेय आए हुए थे.


प्रखंड कार्यालय में ही उनके नशे में होने का आभास हुआ. जांच के दौरान उनके शराब पीने कि पुष्टि हो गई. ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, शनिवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है.



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