बिहार: बहाली में गड़बड़ी की शिकायत के बाद सदर अस्पताल पहुंचे अधिकारी, CS समेत अन्य स्टाफ हो गए फरार
अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में बहाली को लेकर बार-बार शिकायत मिल रही थी, इसलिए जांच के लिए आना पड़ा. लेकिन सीएस समेत अस्पताल के किसी स्टाफ से मुलाकात नहीं हो पाई.
मुजफ्फरपुर: कोरोना काल में सरकारी अस्पतालों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए सरकार की ओर से स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली की जा रही है. लेकिन कई अस्तपालों में बहाली के नाम पर घूसखोरी का मामला सामने आ रहा है, जिसके जांच में पुलिस जुटी हुई है. ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल का है, जहां मंगलवार को अधिकारियों की टीम जांच के लिए अस्पताल पहुंची. हालांकि, इस दौरान सदर अस्पताल में ना तो सिविल सर्जन दिखे और ना ही अन्य स्टाफ.
बार-बार शिकायत मिल रही थी
स्टाफ और सिविल सर्जन की गैर मौजूदगी में दल बल के साथ पहुंचे डीडीसी और एसडीओ ने वहां के स्टाफ को जल्द से जल्द बहाली के दस्तावेज को उपलब्ध कराने को कहा. इस बाबत अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में बहाली को लेकर बार-बार शिकायत मिल रही थी, इसलिए जांच के लिए आना पड़ा. लेकिन सीएस समेत अस्पताल के किसी स्टाफ से मुलाकात नहीं हो पाई.
ऑडियो वायरल होने के बाद मचा हड़कंप
दरअसल, जिले में इनदिनों एक ऑडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. ऐसा दावा है कि वायरल ऑडियो सदर अस्पताल के किसी स्वास्थ्यकर्मी का है, जो नौकरी लगाने के एवज में कैंडिडेट से बतौर घूस पहले माह की सैलरी की मांग कर रहा है. इसी ऑडियो के वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमा हरकत में आया और जांच के लिए अस्पताल तक पहुंच गया.
पहले भी लग चुके हैं आरोप
बता दें कि मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों की मनमानी का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी अस्पताल के कर्मचरियों पर सरकारी कोरोना टेस्ट किट को प्राइवेट अस्पताल में बेचने का आरोप लग चुका है. चार हजार टेस्ट किट बरामद किए गए थे. इस मामले में एसडीओ कुण्दन कुमार ने बताया कि एंटीजन कीट मामले में जांच अंतिम पड़ाव पर है. वहीं, वायरल ऑडियो की जांच जारी है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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