शिवहर: बिहार के शिवहर में शनिवार को हुए जनता दल राष्ट्रवादी पार्टी के उम्मीदवार श्रीनारायण सिंह की हत्या मामले का जिला पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया है. एसपी संतोष कुमार ने मामले का उद्भेदन करते हुए बताया है कि अपराधिक गिरोह के बीच वर्चस्व और प्रतिद्वंदिता को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है.
एसपी ने बताया कि दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद संतोष झा का शागिर्द विकास झा उर्फ कालिया ने प्रत्याशी श्रीनारायण सिंह की हत्या की साजिश रची थी. कालिया को शक था कि पूर्व मुखिया श्रीनारायण सिंह ने ही संतोष झा की हत्या कराई थी. इसी का बदला लेने के लिए कालिया ने अपने गुर्गों से श्रीनारायण सिंह की हत्या कराई है.
एसपी ने बताया पूरा घटनाक्रम
एसपी ने बताया कि श्रीनारायण सिंह पर गोलीबारी के दौरान हथसार के संतोष कुमार, आलोक रंजन और नयागांव के अभय सिंह जख्मी हो गए थे. सीतामढ़ी में इलाज के दौरान श्रीनारायण सिंह और संतोष की मौत हो गई थी अन्य जख्मी इलाजरत हैं. इधर, गोलीबारी के बाद भाग रहे दो अपराधी सीतामढ़ी जिला के रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के मानिक चौक के गौरी शंकर महाराज व बथनाहा थाना क्षेत्र के बथनाहा पूर्वी टोला के नीरज पाठक उर्फ चाइनीज को पकड़ लिया गया था. लोगों की मारपीट में गौरी शंकर महाराज गंभीर रूप से जख्मी हो गया था, जिसकी बाद में मौत हो गई थी.
विकास झा है साजिशकर्ता
एसपी ने संतोष कुमार ने बताया है वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान में सबकुछ खुल कर सामने आया है. घटना का मुख्य साजिशकर्ता दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद विकास झा उर्फ कालिया है. वह संतोष झा गिरोह का सदस्य था. संतोष झा की हत्या के बाद वह गिरोह का सरगना बन गया. यह घटना संतोष की हत्या का बदला लेने और अपना वर्चस्व स्थापित करने के उद्देश्य से किया गया है.
गिरफ्तार अपराधियों ने कबूल किया है कि कालिया संतोष झा की हत्या के लिए श्रीनारायण सिंह को जिम्मेदार मानता था. विकास झा उर्फ कालिया तिहाड़ से व्हाट्सएप कॉल कर अपने इन शागिर्दों को श्रीनारायण सिंह की हत्या के लिए लगातार निर्देश दे रहा था. गिरफ्तार अभियुक्त ने स्वीकार किया है कि लगभग ढाई माह पूर्व विकास झा ने इन लोगों को श्री नारायण सिंह की हत्या करने के निर्देश दिया गया था.
इन लोगों ने पटना में 21- 22 दिनों तक श्रीनारायण सिंह की हत्या करने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस की भारी बंदोबस्त के कारण वे सफल नहीं हो सके थे. पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि पिछले कुछ दिनों से ये लोग श्रीनारायण सिंह के चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र भ्रमण में इनका पीछा कर रहे थे. घटना के दिन गौरी शंकर महाराज, नीरज पाठक और बाबू साहब झा तीनों एक बाइक पर सवार होकर आए और गौरी शंकर महाराज और नीरज पाठक श्री नारायण सिंह के साथ चल रहे समर्थकों की भीड़ में शामिल हो गए. मौका देखकर श्रीनारायण सिंह को बिल्कुल करीब आकर गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए और बाद ने उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना में तीन युवक शामिल थे. गिरफ्तार नीरज पाठक के पास से देसी पिस्टल, जिंदा कारतूस और मोबाइल को बरामद किया गया है.